प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से सऊदी अरब की दो दिन की यात्रा पर जा रहे हैं. पीएम मोदी सऊदी अरब की राजधानी रियाद में 29 से 31 अक्टूबर के बीच होने वाले फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव (FII) कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. साथ ही मंगलवार को पीएम मोदी सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे. पीएम मोदी मोदी सऊदी अरब के ‘ फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव ’ को भी संबोधित करेंगे.
क्यों है ये यात्रा अहम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खाड़ी देश की यात्रा के दौरान तेल और गैस, नवीनीकरण ऊर्जा और नागरिक उड्डयन समेत अलग महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने के लिए अहम समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.
विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) टी एस तिरुमूर्ति ने कहा,
जिन अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, उनमें भारत-सऊदी अरब स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप काउंसिल की शुरुआत करना, रुपे कार्ड शुरू करने पर समझौता ज्ञापन और दोनों देशों की ई-प्रवास प्रणाली के बीच समन्वय लाने पर अलग समझौता शामिल है.
इसके अलावा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के साथ अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी होगी. इस साल दिसंबर में दोनों देशों के नौसेना के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास भी होने की उम्मीद है.
बता दें कि पीएम मोदी दूसरी बार सऊदी अरब की यात्रा पर जा रहे हैं. इससे पहले साल 2016 में सऊदी अरब ने पीएम को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया था.
PM मोदी की सऊदी यात्रा के लिए एयरस्पेस खोलने से पाक का इनकार
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा को लेकर भारत ने पाकिस्तान से अपने एयरस्पेस खोलने की मांग की थी. लेकिन पाकिस्तान ने पीएम मोदी के लिए अपना एयरस्पेस खोलने से इनकार कर दिया है.
इससे पहले पाकिस्तान ने 20 सितंबर 2019 को भी पीएम नरेंद्र मोदी की 74वें यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली के सेशन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका की यात्रा के लिए एयरस्पेस का इस्तेमाल करने से मना कर दिया था.
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