रिजर्व बैंक ने 2018-19 की अपनी सालाना रिपोर्ट में आरबीआई ने इकनॉमी की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कई उपाय भी सुझाए हैं. आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर मांग में स्लोडाउन जारी रहा तो यह देश की वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए सरकार को अर्थव्यवस्था में भूमि, श्रम और कृषि सेक्टर पर भी सुधारों पर जोर देना होगा. खास कर एग्रीकल्चरल मार्केटिंग पर ज्यादा ध्यान देना होगा, जिससे किसानों को उनकी फसल की वाजिब कीमत मिले. इससे देश में मांग में इजाफा होगा.
अपनी सालाना रिपोर्ट में आरबीआई ने इकनॉमी में स्लोडाउन को साइक्लिक करार दिया है. उसकी नजर में यह स्ट्रक्चरल दिक्कतों की वजह से स्लोडाउन का सामना नहीं कर रही है.
ऐसे में क्विंट हिंदी के सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर मयंक मिश्रा समझा रहे हैं क्या है इन चुनौतियों का मतलब. आज की बिग स्टोरी में सुनिए RBI के एनुअल रिपोर्ट की बड़ी बातें.
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