साल 1998 में आज ही के दिन भारत ने पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पोखरण में न्यूक्लियर टेस्ट किया था. उसके बाद चार और न्यूक्लियर टेस्ट की बदौलत भारत ने पूरी दुनिया में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण टेस्ट की सालगिरह पर मनाए जाने वाले नेशनल टेक्नोलाॅजी डे पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दिखाए गए साहस की तारीफ की.
नरेंद्रमोदी डॉट इन वेबसाइट पर एक लेख में मोदी का पहले दिया गया एक भाषण है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘दुनिया पोखरण परीक्षण के बारे में अच्छी तरह जानती है. अटल जी के नेतृत्व में सफलतापूर्वक परीक्षण किए गए और पूरे विश्व ने भारत की ताकत को देखा. वैज्ञानिकों ने देश को गौरवान्वित किया.''
करीब दो दशक पहले हुए टेस्ट को याद करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘परीक्षणों की पहली श्रृंखला के बाद विश्व समुदाय ने भारत पर प्रतिबंध लगाए. 13 मई 1998 को अटल जी ने फिर परीक्षण किया जिससे यह पता चला कि वह अलग मिजाज के व्यक्ति हैं. अगर हमारे पास एक कमजोर प्रधानमंत्री होता, तो वह उसी दिन डर गया होता. लेकिन अटल जी अलग थे. वह डरे नहीं.’’
न्यूक्लियर टेस्ट के दौरान पोखरण के लोगों की भूमिका की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘परीक्षणों की योजना बनाने और उन्हें करने के दौरान चुप्पी साधे रखने के लिए पोखरण के लोगों की भी तारीफ होनी चाहिए. उन्होंने हर किसी चीज से ऊपर राष्ट्र के हित को तरजीह दी.''
ट्वीट कर दी बधाई
पीएम मोदी ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने कहा, ‘‘ नेशनल टेक्नोलाॅजी डे पर हर किसी को बधाई, खासतौर से हमारे परिश्रमी वैज्ञानिकों और तकनीक के प्रति जुनूनी लोगों को.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम 1998 में पोखरण में दिखाए गए साहस के लिए हमारे वैज्ञानिकों और उस समय के राजनीतिक नेतृत्व के प्रति आभारी हैं.''
भारत में साल 1999 से 11 मई के दिन को नेशनल टेक्नोलाॅजी डे के रूप में मनाया जाता है.
-इनपुट भाषा से
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)