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गुरुग्रामःपॉश इलाके के खाली पड़े मकान में मिला विस्फोटक,हैंड ग्रेनेड और गोलियां

विस्फोटक को पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने निरस्त कर दिया.

Published
भारत
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गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 31 के एक मकान से आज 01 मार्च को बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ. विस्फोटक को पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने निरस्त कर दिया. निरस्त करने के दौरान एक तेज धमाके की आवाज भी सुनाई दी.

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कई सालों से खाली पड़ा है मकान

विस्फोटक का सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो मौके से 2 हैंड ग्रेनेड, 15 प्रैक्टिस हैंड ग्रेनेड, 43 गोली के खाली खोखे और BICAT STRIP को बरामद किया गया. बम निरोधक दस्ते ने करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद इस सारे विस्फोटक को 6 फुट का गड्ढा खोदकर उसमें डालकर निरस्त कर दिया.

पुलिस सूत्रों के अनुसार सुबह करीब साढ़े नौ बजे उन्हें सूचना मिली कि एक खाली मकान में हैंड ग्रेनेड पड़ा है.

गुरुग्राम (पूर्व) के डीसीपी वीरेंद्र विज ने कहा,

“हमें सेक्टर 31 में एक खाली घर में गोला-बारूद होने की सूचना मिली थी. बम निरोधक दस्ते और कई पुलिस टीमों ने एक ऑपरेशन शुरू किया है. बम निरोधक दस्ता प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है और उनकी जांच पूरी होने के बाद ही हम किसी विवरण का पता लगा पाएंगे. हम घर के मालिकाना हक के बारे में हुडा के अधिकारियों से जांच कर रहे हैं."
वीरेंद्र विज, गुरुग्राम (पूर्व) के डीसीपी

पुलिस और एक्सपर्ट की मानें तो यह दो हैंड ग्रेनेड और बाकी का विस्फोटक इतना खतरनाक था कि यदि यह मकान में फट जाता तो आसपास के इलाके को काफी नुकसान भी पहुंचा सकता था. इसीलिए बम निरोधक दस्ते ने 7-8 फीट का गड्ढा खोद उसमें इस विस्फोटक को डाला और उसके ऊपर मिट्टी से भरे कट्टों को रखकर निरस्त किया.

पुलिस को जो जानकारी हाथ लगी है उसमें पता चला है कि इस कोठी का मालिक पिछले 2 साल से यहां नहीं रह रहा है. कोठी रविंद्र अग्रवाल के नाम पर है जो दिल्ली का निवासी है और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है. पुलिस मकान मालिक से पता करने में जुटी है कि आखिरकार यह विस्फोटक यहां कैसे आया.

पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है गुरुग्राम पुलिस की एक टीम इस मकान मालिक से जानकारी लेने के लिए दिल्ली जा चुकी है.

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