दिल्ली पुलिस का कहना है कि
- 11 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले इस वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल में 35 लाख लोगों के आने की संभावना है लेकिन अगर यहां भगदड़ हो गई तो आयोजकों के पास कोई प्लान नहीं है.
- 35 लाख लोगों को संभालने की भी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है इसलिए अगर आप यहां आ रहे हैं तो जरा चौकन्ने और चौकस रहिएगा.
- पार्किंग कहां करनी है इसकी अभी तक पुलिस प्रशासन के पास जानकारी नहीं है इसलिए अपनी गाड़ी से आ रहे हैं तो जरा संभल कर.
दिल्ली पुलिस ने आयोजन शुरू होने से 2 दिन पहले ताजा मुआयना करने के बाद यही बातें कही हैं. पुलिस ने ये भी कहा है कि अगर जरुरी व्यवस्था फौरन नहीं की गई तो भगदड़ की स्थिति में सिचुएशन आउट ऑफ कंट्रोल हो सकती है.
भव्य स्टेज पर भी सवालिया निशान
वेन्यू के ताजा हालात की जांच कर पुलिस ने शहरी विकास मंत्रालय को ये भी बताया है कि जिस स्टेज पर प्रधानमंत्री और दूसरे वीआईपी लोग रहेंगे उसे अभी तक सही ढांचे और स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट भी नहीं मिला है.
सीपीडब्ल्यूडी, दिल्ली सरकार और डीडीए ने इवेंट की इजाजत तो दे दी है लेकिन इस बड़े स्टेज के लिए जरुरी सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है.पुलिस ने मंत्रालय को लिखा है.
मंगलवार को केंद्र ने पुलिस को एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि वो भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने के पुख्ता इंतजाम करे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस फेस्टिवल का उद्घाटन करने वाले हैं और 35 लाख लोगों के इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद की जा रही है. राष्ट्रपति ने सोमवार को ही इस आयोजन में शामिल होने से इंकार कर दिया है.
दिल्ली पुलिस की पीएम सुरक्षा विंग ये मामला लेकर CPWD के पास पहुंची, उन्हें स्टेज को ओके सर्टिफिकेट देने को कहा, लेकिन CPWD ने मना कर दिया है. उनका कहना है कि ये मामला दिल्ली PWD या डीडीए के पास लेकर जाएं. लेकिन ये जानकारी मिली है कि दिल्ली PWD और डीडीए किसी भी तरह के सर्टिफिकेशन के लिए तैयार नहीं हैं.पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया.
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