कुछ दिनों की राहत के बाद दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. दिवाली के बाद बिगड़े हालात में पिछले कुछ दिनों से सुधार देखा जा रहा था, लेकिन सोमवार से लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. इसका कारण पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली को बताया जा रहा है.
एक बार फिर आपात स्थिति
दिल्ली और उससे जुड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि एक बार फिर आपातकाल जैसे हालात हो चुके हैं. दिल्ली की कई जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 500 तक पहुंच चुका है. वहीं नोएडा और गाजियाबाद में भी यही हाल हैं. हरियणा और पंजाब में पराली जलने की घटनाओं में कोई भी कमी नहीं आई है, फिर किसानों ने अपने खेत जलाने शुरू कर दिए हैं. जिसकी वजह से दिल्ली एक बार फिर गैस चेंबर में तब्दील हो चुकी है.
दिल्ली में मंगलवार के बाद बुधवार की सुबह भी धुंध की चादर छाई रही. कई इलाकों में गहरी धुंध के चलते विजिबिलिटी भी काफी कम रही. लोगों ने एक बार फिर मास्क पहनकर मॉर्निंग वॉक शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि कुछ और दिन तक दिल्ली को इस प्रदूषण भरी हवा में सांस लेनी पड़ सकती है.
किन जगहों पर क्या है प्रदूषण का हाल?
- सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट दिल्ली - 526
- शहीद सुखदेव कॉलेज - 566
- जहांगीरपुरी - 481
- पंजाबी बाग - 453
- मंदिर मार्ग - 424
- आरके पुरम - 416
- वसुंधरा गाजियाबाद - 442
- नोएडा सेक्टर 62 - 399
इससे पहले मौसम विभाग ने बुधवार तक दिल्ली की हवा के बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंचने का अनुमान लगाया था. सरकार के वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्र ‘वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बुधवार को ‘‘बेहद गंभीर’’ या ‘‘आपातकालीन” श्रेणी में पहुंचने की आशंका है.
मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दियों के आगाज के साथ ही, न्यूनतम तापमान में गिरावट से हवा में ठंडक बढ़ गई है और भारीपन आ गया है जिससे प्रदूषक तत्व जमीन के निकट जमा हो रहे हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण ब्यूरो (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई मंगलवार शाम 4 बजे 425 और रात के नौ बजे 437 दर्ज किया गया था. जबकि सोमवार को यह 360 था.
बता दें कि एयर क्वॉलिटी इंडेक्स यानी AQI 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बेहद खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात’ माना जाता है.
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