दिल्ली के कंझावला (Kanjhawala Case) में कार से घिसटकर जान गंवाने वाली युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है. रिपोर्ट में पता चला है कि ब्रेन मैटर गायब, क्रेनियल कैविटी खुला हुआ, सिर की चमड़ी उखड़ी हुई, चेस्ट के पीछे से पसलियां निकली हुई थीं. 2 जनवरी को दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट के तीन डॉक्टरों के एक मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया था.
10 पन्नों की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ चोटें काली पड़ने और गलने की वहज से अच्छे से नजर नहीं आ रही थीं.
हादसे में मृतक युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि जननांगों पर कोई चोट नहीं थी.
1 जनवरी को क्या हुआ था?
1 जनवरी की तड़के, आउटर दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक युवती अपनी स्कूटी से जा रही थी, तभी एक ग्रे रंग की बलेनो कार ने उसकी स्कूटी में टक्कर मार दी थी. महिला का शव कार के नीचे फंस गया और कई किलोमीटर तक घिसटता रहा.
सुबह करीब 4.40 बजे कंझावला में उसका घायल और अर्धनग्न शव मिला. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक उसे दिल्ली के मंगोलपुरी में संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (SGMH) ले जाया गया, जहां उसे सुबह 7 बजे मृत घोषित कर दिया गया.
इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आईपीसी की धाराओं के तहत लापरवाही से गाड़ी चलाने, गैर इरादतन हत्या और लापरवाही से मौत से संबंधित एक एफआईआर दर्ज की गई है.
3 जनवरी को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि दुर्घटना के वक्त युवती अकेली नहीं थी. घटना के वक्त उसकी स्कूटी पर एक लड़की और थी. उसे कोई चोट नहीं आई और वह भाग गई. वह इस मामले की चश्मदीद गवाह है और पुलिस के साथ सहयोग कर रही है.
मृतक युवती अपने परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थी. इसके अलावा उसके परिवार में उसके पांच भाई-बहन, मां और दादी हैं.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या पाया गया है?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती को रीढ़, माथे, चेहरे, गर्दन, कलाई, पैर, सिर, पेट, घुटने के जोड़ों, जांघों, पसलियों, पीठ के निचले हिस्से और नितंबों पर चोटें आई हैं.
बोर्ड ने रिपोर्ट में कहा है कि केमिकल एनालिसिस के लिए routine viscera, खून लगे कपड़े, और फटी जीन्स पैंट रखी गई है.
शरीर पर लगी चोटें सामान्य मौत की वजह बन सकती हैं. हालांकि, सिर, रीढ़ की हड्डी, लंबी हड्डियों और अन्य चोट भी मौत की वजह बन सकती हैं.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सभी चोटें एक्सीडेंट के वक्त पड़े दबाव और घिसटने की वजह से लगीं. फाइनल रिपोर्ट केमिकल एनालिसिस और बॉयोलॉजिकल रिपोर्ट आने के बाद ही मिल पाएगी.
शरीर पर पाई गई चोटें कैसी हैं?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शामिल की गई जानकारियों के मुताबिक शरीर पर लगी चोटें इस तरह से थीं.
पसलियां मांसपेशियों, टीसूज और हड्डियों के साथ दिख रही थीं.
हड्डी में फ्रैक्चर के साथ पीठ के निचले हिस्से में घाव
सिर में कीचड़ लगा था और चमड़ी उखड़ी हुई थी
सिर में फ्रैक्चर
घुटनों में रगड़
माथे के दाएं और बाएं हिस्से में कटे हुए घाव
नाक के ऊपर चोट
चेहरे के बाईं ओर रगड़
माथे के दाएं और बाएं हिस्से में चोट
ऊपरी पलकों, भौंहों के पास चोट
ऊपरी और निचले होठों पर चोट
ठोड़ी पर चोट
गर्दन पर खरोंच
पेट के ऊपर खरोंच
हांथो और भुजाओं पर घाव
मांसपेशियों के घिसने की वजह से हड्डियां खुली हुईं
दाएं हाथ के पिछले हिस्से पर घिसने की वजह से घाव
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