पूरी दुनिया जब कोरोना काल में अलग-अलग काम करने के लिए तरीके इजाद कर रही है तो अब चुनाव की प्रक्रिया भी पूरी करने के लिए वोटिंग की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने 2 जुलाई को इलेक्शन कंडक्ट रूल्स 1961 में बदलाव करते हुए नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके मुताबिक 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और क्वारंटीन में रह रहे कोरोना वायरस पॉजिटिव लोगों को पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग की सुविधा दी जाएगी.
आगे आने वाले दिनों में बिहार में और उसके बाद बंगाल में चुनाव होने वाले हैं, इस नजरिए से ये फैसला अहम है.
चुनाव आयोग की प्रवक्ता शैफाली शरण ने ट्वीट कर कानून और न्याय मंत्रालय के इस नोटिफिकेशन जारी होने के बारे में की जानकारी दी.
इसके पहले सिर्फ 80 साल से ज्यादा की उम्र वाले लोगों के लिए और जरूरी सेवा के तहत आने वाले लोगों के लिए ही पोस्टल बैलेट फैसेलिटी मिला करती थी.
कोरोना वायरस के इस दौर में 65 साल से ज्यादा की उम्र वाले लोग हाई-रिस्क ग्रुप में आते हैं. बिहार चुनाव के मद्देनजर ये फैसला अहम होगा. कोरोना वायरस के बाद बिहार पहला राज्य होगा जहां विधानसभा चुनाव होने हैं, हालांकि अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है.
इसके पहले चुनाव आयोग ने 2 जुलाई को तय किया था कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को फॉलो करने के लिए और भीड़ से बचने के लिए पोलिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
बिहार में बन रहा चुनावी माहौल
बिहार विधानसभा चुनाव की भले ही तारीखों का ऐलान न हुआ हो लेकिन चुनावी गर्मी बढ़ने लगी है. पिछले दिनों पीएम मोदी ने बिहार से रोजगार अभियान कार्यक्रम का उद्धाटन किया था. नीतीश कुमार भी चुनाव को लेकर एक्टिव हो गए हैं. विपक्षी दल आरजेडी ने भी चुनाव के पहले कमर कस ली है और वो सत्ताधारी बीजेपी-जेडीयू पर लगातार हमलावर हैं.
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