कोरोनावायरस के चलते देशभर में कई तरह के फैसले लिए जा रहे हैं. अब केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं में कटौती करने का फैसला किया है. सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले से स्मॉल सेविंग स्कीम में इनवेस्ट करने वाले लाखों लोगों को झटका लगा है. अप्रैल से जून तक के लिए पीपीएफ, सुकन्या योजना और पोस्ट ऑफिस एफडी की ब्याज दरों में कटौती की गई है.
आम आदमी को बड़ा झटका
सरकार के इस फैसले के बाद आम आदमी को इस लॉकडाउन के बीच एक बड़ा झटका लगा है. यह कटौती 0.70 प्रतिशत से लेकर 1.4 प्रतिशत तक की गई है. सरकार ने पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर में 0.8 प्रतिशत की कटौती की है. वहीं पोस्ट ऑफिस एफडी पर मिलने वाले ब्याज दर में 1.4 प्रतिशत की कटौती की गई है. सुकन्या समृद्धि योजना में 0.8 प्रतिशत की कटौती हुई है.
अब कितने प्रतिशत रहेगा ब्याज दर?
अगर लोकप्रिय योजनाओं की बात करें तो उनमें सबसे पहले पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना आती है. इसके अलावा लाखों लोगों ने पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट में भी अपनी सेविंग्स की होती हैं.
अब कटौती होने के बाद पीपीएफ अकाउंट की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत रह जाएगी. सुकन्या योजना की बात करें तो उसमें अब 7.6 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज मिलेगा. वहीं नेशनल सेविंग्स स्कीम (एनएससी) में अब 6.8 प्रतिशत का ही ब्याज दर रह जाएगा. बता दें कि इस योजना में इससे पहले 7.9 का ब्याज दर मिल रहा था.
इन सबके अलावा किसान विकास पत्र पर भी ब्याज दर घटा दी गई है. इसमें 0.70 प्रतिशत की कटौती की गई है. जिसके बाद अब इसकी ब्याज दर घटकर 6.9 प्रतिशत रह गई है. वहीं 5 साल वाली सीनियर सिटीजन स्कीम में 1.2 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है. जिसके बाद ये 8.6 से घटकर 7.4 प्रतिशत हो गई है.
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