मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान पर शनिवार को प्रकाश अंबेडकर और असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ी सभा को सम्बोधित किया. ये दोनों नेता मिलकर अब तक पूरे महाराष्ट्र में 7 से ज्यादा सभा कर चुके हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों ही नेता महाराष्ट्र में एक साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं. प्रकाश अंबेडकर की पार्टी का नाम ‘वंचित बहुजन आघाडी’ है.
ये गठबंधन महाराष्ट्र में अहम रोल प्ले कर सकता है. प्रकाश अंबेडकर की राज्य के दलितों के बीच अच्छी खासी पकड़ा है, तो अगर वहां उनका जादू चलता है तो कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा , एक तरह से ये गठबंधन कांग्रेस का ही वोट काटेगा. मुस्लिम और दलित वोटों का विभाजन होगा जो बीजेपी को फायदा देगा.
मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में वंचित बहुजन अघाड़ी की सभा को संबोधित करते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा, “कांग्रेस के साथ सीटों का नहीं बल्कि विचारधारा का मामला है. सॉफ्ट हिंदुत्व की वकालत करने वाले राहुल की कांग्रेस मनुवाद की तरफ बढ़ रही है. अगर कांग्रेस आरएसएस को संविधान के दायरे में लाने के लिए तैयार होती है तो हम उनके साथ आने के लिए तैयार हैं.”
इतना ही नहीं अंबेडकर ने इस बात के भी संकेत दिए की कांग्रेस से गठबंधन के दरवाजे अभी उन्होंने बंद नहीं किये हैं, अंतिम समय तक कांग्रेस से बात करने के लिए वो तैयार हैं.
मुसलमानों की बर्बादी के लिए कांग्रेस जिम्मेदार - ओवैसी
वहीं इस सभा में जनता को संबोधित करते हुए AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और मुसलमानों की बर्बादी का ठीकरा उन्हीं पर फोड़ा. ओवेसी ने कहा कि कांग्रेस की वजह से ही श्रीकृष्ण आयोग की रिपोर्ट कचरे की पेटी में डाल दी गई. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और बीजेपी के लोग हमें ‘वोट कटवा’ बताएंगे, लेकिन आप लोग उनके बहकावे में मत आना. आज मुसलमानों के सामने एक अच्छा विकल्प है. वे वंचित बहुजन आघाडी का साथ दें.
पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान हिंदुस्तान के मुसलमानों की चिंता करना छोड़ दे. इसी मुंबई में रहने वाले जिन्ना की अपील ठुकरा कर हमने हिंदुस्तान को अपना देश माना था. यह हमारा मुल्क है पाकिस्तान, हमाकी फिक्र करना छोड़ दे.
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलवामा हमले में इस्तेमाल होने वाला 200 किलो आरडीएक्स कैसे आया, इसका जवाब उन्हें देना होगा. ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के साढ़े चार साल की सरकार में मुसलमानों के खिलाफ बहुत कुछ हुआ है. आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले का नाम लिए बगैर ओवैसी ने उन्हें मसखरा बताते हुए कहा कि अब एक सीट न मिलने पर उन्हें अपनी हैसियत समझ में आ रही है.
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