देश में 2011 और 2012 में काफी प्रचलित रहे इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन को 2014 में कांग्रेस की सरकार गिराने का जिम्मेदार माना जाता है. अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में अरविंद केजरीवाल, योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण जैसे लोग शामिल रहे थे. कांग्रेस ये आरोप लगाती आई है कि इस आंदोलन के पीछे बीजेपी थी. अब प्रशांत भूषण ने भी एक इंटरव्यू में ये दावा किया है. भूषण ने कहा कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन को बीजेपी और आरएसएस का समर्थन मिला हुआ था.
इसी आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) का जन्म हुआ था. प्रशांत भूषण AAP और IAC के कोर सदस्य रह चुके हैं. हालांकि, उन्हें 2015 में AAP से निकाल दिया गया था.
प्रशांत भूषण ने इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि जब वो पीछे देखते हैं, तो दो बातों पर पछतावा करते हैं.
पहला ये देखना कि आंदोलन को बड़े स्तर पर बीजेपी-आरएसएस का समर्थन मिला हुआ था और इसे उन्होंने ही आगे बढ़ाया था. ये उनका राजनीतिक एजेंडा था कि कांग्रेस की सरकार गिराई जाए और खुद सत्ता में आ जाएं.प्रशांत भूषण
भूषण ने कहा कि उन्हें आज आरएसएस-बीजेपी की भूमिका पर कोई संदेह नहीं है. प्रशांत भूषण ने कहा, "अन्ना हजारे को भी शायद इस बात का पता नहीं था. अरविंद को पता था. इसके बारे में मुझे बहुत कम संदेह है."
दूसरा पछतावा है कि मैं अरविंद के चरित्र को जल्दी नहीं समझ पाया. मैं उसे बड़ी देर में समझा और तब तक हम एक और फ्रैंकेंस्टीन मॉन्स्टर बना चुके थे.प्रशांत भूषण
जो हमें पता था, उसकी पुष्टि हुई: राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रशांत भूषण के इन बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि जो हमें पता था, उसकी पुष्टि AAP के फाउंडिंग मेंबर ने की है.
गांधी ने लिखा, "लोकतंत्र को दबाने और कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए IAC आंदोलन और AAP को आरएसएस-बीजेपी ने समर्थन दिया था."
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