राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का विदाई समारोह रविवार को संसद के सेंट्रल हॉल में हुआ. पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का संसद भवन पहुंचने पर स्वागत किया.
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत दोनों सदनों के सांसद इस मौके पर मौजूद रहे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सभी सदस्यों का धन्यवाद देते हुए दिल को छू लेने वाली कई बातें कहीं.
प्रणब मुखर्जी ने क्या कहा
- मेरा सौभाग्य है कि मैं देश की सेवा कर सका
- जब मैं पहली बार 48 साल पहले यहां आया तो 34 साल का था
- 34 साल की उम्र में पहली बार सांसद के रूप 22 जुलाई 1969 को राज्यसभा पहुंचा
- जब राज्यसभा में पहली बार आया, तो यहां कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे
- संसद ने मेरी राजनीतिक सोच को आकार दिया है
- मैंने अपने जीवन में बहुत कुछ सीखा है
- पिछले 37 साल में मैंने लोकसभा और राज्यसभा में सेवाएं दीं
- मैं 5 बार राज्यसभा में भी रहा
- मेरे करियर को इंदिरा गांधी ने दिशा दी.
- इंदिरा गांधी बहुत निडर थीं. इमरजेंसी के बाद हम पहली बार साथ लंदन गए. मीडिया ने पूछा- इमरजेंसी से आपको क्या मिला? उन्होंने कहा- हमने उन 21 महीने में देश के सभी तबकों को एक साथ किया. इसके बाद सबके सब शांत हो गए और हीथ्रो एयरपोर्ट के लाउंज में शांति छा गई.
- पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी किया याद
- नरेंद्र मोदी ने पूरी लगन के साथ देश को आगे बढ़ाने का काम किया है.
- संसद बहस, चर्चा, असहमति व्यक्त करने की जगह है और संसद की कार्यवाही बाधित होने से सबसे अधिक नुकसान विपक्ष को होता है
- अध्यादेश का रास्ता केवल अपरिहार्य परिस्थिति में अपनाया जाना चाहिए
25 जुलाई को शपथ लेंगे रामनाथ कोविंद
25 जुलाई को रामनाथ कोविंद देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. वह भारत के 14वें राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को हराकर जीत दर्ज की है.
(हमें अपने मन की बातें बताना तो खूब पसंद है. लेकिन हम अपनी मातृभाषा में ऐसा कितनी बार करते हैं? क्विंट स्वतंत्रता दिवस पर आपको दे रहा है मौका, खुल के बोल... 'BOL' के जरिए आप अपनी भाषा में गा सकते हैं, लिख सकते हैं, कविता सुना सकते हैं. आपको जो भी पसंद हो, हमें bol@thequint.com भेजें या 9910181818 पर WhatsApp करें.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)