विदेश मंत्रालय ने बैठक कर सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने का जिम्मा पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को सौंपा है. वीके सिंह के नेतृत्व में शुरू किए गए इस ऑपरेशन को ‘संकट मोचन’ नाम दिया गया है.
विदेश मंत्रालय ने की उच्च स्तरीय बैठक
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सूडान में चल रहे हालातों की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में युद्ध प्रभावित देश से भारतीयों को निकालने के इंतजामों पर चर्चा की गई. बैठक में विदेश मंत्रालय के दोनों राज्यमंत्री वीके सिंह और एमजे अकबर के अलावा विदेश सचिव एस जयशंकर भी शामिल हुए.
क्या है सूडान संकट?
अफ्रीकी देश सूडान इन दिनों गृह युद्ध की चपेट में हैं. सूडान में शुरू हुई हिंसा के महज तीन दिन में 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. सूडान में छिड़े गृह युद्ध में करीब 600 भारतीय भी फंसे हैं. ऐसे में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने सक्रियता दिखाते हुए भारतीयों को सूडान से एयरलिफ्ट कराने का फैसला किया है.
अक्षय ने की थी एयरलिफ्ट कराने की अपील
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने ट्वीट कर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से सूडान में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने की अपील की थी. इसके बाद सुषमा स्वराज ने अक्षय कुमार को रिप्लाई करते हुए कहा, “चिंता न करें क्योंकि विदेशमंत्रालय के अधिकारी दक्षिणी सूडान के हिंसाग्रस्त शहर जूबा से भारतीयों को बाहर निकालने में लगे हुए हैं.”
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