नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किया जा चुका है. लेकिन देशभर में कई जगहों पर इस बिल का जमकर विरोध देखने को मिल रहा है. उत्तर पूर्वी राज्य असम और त्रिपुरा में नागरिकता संशोधन बिल पर जमकर प्रदर्शन देखने को मिले. दिल्ली में भी AIUDF के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कई दलों ने 10 दिसंबर को असम बंद का आव्हान किया है.
असम में तेज प्रदर्शन
असम में भी नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो रहे हैं. असम के गोलघाट में लोगों ने नग्न प्रदर्शन किया. असम के कई सारे छात्र संगठन भी नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ सड़कों पर हैं.
दिल्ली में AIUDF ने किया प्रदर्शन
दिल्ली के जंतर मंतर पर भी ऑल इंडिया यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट का नागरिकात संशोधन विधेयक पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. बाद में AIUDF सांसद संसद परिसर में भी पोस्टर लेकर विरोध करते दिखे.
गुवाहाटी में दुकानें बंद
कई संगठनों के बंद बुलाए जाने के बाद असम के गुवाहाटी में कई दुकाने बंद देखी गईं.
त्रिपुरा में भी CAB का विरोध
त्रिपुरा के अगरतला में भी नागरिकता संशोधन बिल का जमकर विरोध हो रहा है.
बीजेपी का चुनावी मुद्दा, विपक्ष का विरोध
बीजेपी ने 2014 के आम चुनावों के दौरान पड़ोसी देशों में सताए गए हिंदुओं को नागरिकता देने का वादा किया था.पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी हिंदू शरणार्खियों को आश्रय देने की बात कही थी.
इस बिल का पूर्वोत्तर राज्यों, खासकर असम में काफी विरोध हो रहा है. असम की सीमा बांग्लादेश से सटती हैं, जो कि उन तीन देशों में से एक है. लोगों का कहना है कि इस बिल के पास होने से असम पर बोझ बढ़ सकता है.
विपक्ष भी इस बिल का विरोध कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि बीजेपी इस बिल का इस्तेमाल हिंदू वोटरों को रिझाने के लिए कर रही है.
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