जम्मू कश्मीर प्रशासन ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद मोहम्मद अकबर लोन के बेटे हिलाल लोन के खिलाफ सोमवार को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाया है.
पीएसए से जुड़ी एक और खबर भी जम्मू-कश्मीर से ही है. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को इसी कानून के तहत नजरबंद करने के खिलाफ उनकी बहन सारा अब्दुल्ला पायलट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है.
5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से हिलाल लोन को एहतियातन हिरासत में रखा गया है. अधिकारियों ने 10 फरवरी 2020 को बताया की उनपर पीएसए दर्ज किया गया है. मोहम्मद अकबर लोन लोकसभा में उत्तरी कश्मीर के बारामूला का प्रतिनिधित्व करते हैं.
उपायुक्त ने उन्हें कागजात सौंपकर बताया कि उन पर पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि केंद्र शासित क्षेत्र के प्रशासन को लगता है कि उनकी रिहाई से उत्तरी कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है.
सारा अब्दुल्ला पायलट ने SC में की अपील
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत नजरबंद करने के खिलाफ उनकी बहन सारा अब्दुल्ला पायलट सुप्रीम कोर्ट में अपील की है.
सारा ने सोमवार 10 फरवरी को उमर अब्दुल्ला की नजरबंदी को चुनौती देते हुए अपनी अपील में कहा कि वो पहले ही पिछले 6 महीने से नजरबंद हैं और उनको इस कानून के तहत नजरबंद करने का कोई सही आधार नहीं है.
उमर और महबूबा पर लगा PSA
जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 6 फरवरी को PSA लगाया था. दोनों नेता पिछले साल 5 अगस्त से ही ऐहतियातन हिरासत में चल रहे हैं.
इनके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व विधायक बशीर अहमद वीरी और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के मामा सरताज मदनी के खिलाफ भी कड़े जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इनपुट भाषा से
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