ADVERTISEMENTREMOVE AD

पुणे में भी बना ‘शाहीन बाग’, CAA के खिलाफ महिलाएं मैदान में उतरीं

पुणे में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने कहा कि उन्हें दिल्ली के शाहीन बाग के प्रदर्शन से प्रेरणा मिली

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पुणे में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शन करनेवाले इसे 'कोंधवा का शाहीन बाग' कह रहे हैं. यहां नौ दिनों से विरोध प्रदर्शन हो रहा है. भीषण ठंड के बावजूद शनिवार को महाराष्ट्र के दूसरे सबसे बड़े शहर में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं प्रदर्शन करने पहुंचीं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
पुणे के कोंधवा में कोणार्क मॉल के बाहर कुल-जमात-ए-तनजीम के बैनर तले कई संगठनों के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इन बड़ी तादाद में महिलाएं शामिल हैं जो सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही हैं.

'शाहीन बाग से मिली प्रेरणा'

पुणे कॉलेज की छात्र जाकिया खान ने कहा, ‘’[दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को देखकर हम प्रेरित हुए और हमलोगों ने 10 जनवरी को 'कोंधवा में शाहीन बाग' नाम से प्रदर्शन शुरू किया. हालांकि, पहले यहां काफी कम महिलाएं प्रदर्शन में शामिल हुई थीं लेकिन अब बड़ी संख्या महिलाएं पहुंच रही हैं.’’

500-600 महिलाएं धरने पर बैठी हैं

जाकिया खान ने कहा कि दिन भर में 500-600 महिलाएं और लड़कियां प्रदर्शन स्थल पर डेरा डाले हुए हैं, जिनमें से कई सीधे अपने काम या कॉलेज और स्कूल से आती हैं. जाकिया भी पार्ट टाइम टीचर का काम करती हैं. उन्होंने कहा आपात स्थिति में लोगों की देखभाल के लिए यहां दवाओं और कई चीजों को रखा गया है. अस्थायी शौचालय की भी व्यवस्था की गई है.

0

दिल्ली के शाहीन बाग में एक महीने से हो रहा प्रदर्शन

दिल्ली के शाहीन बाग में कालिंदी कुंज-शाहीन बाग रोड पर एक महीने से महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रही हैं. पुलिस यहां महिलाओं से हटने की अपील कर रही है लेकिन महिलाएं यहां अड़ी हुई हैं. उनका साफ कहना है कि जब तक सीएए और एनआरसी को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक वह वहां से नहीं हटेंगी.

शाहीन बाग की आग अब देश भर में देखने को मिल रही है. कोलकाता में भी पार्क सर्कस मैदान में महिलाएं 12 दिनों से धरना दे रही हैं. वहीं, इंदौर में भी बड़वाली चौक पर शाहीन बाग की तरह महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×