छात्रसंघ चुनाव में सपा की जीत से अखिलेश खुश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में प्रमुख पदों पर अपने उम्मीदवारों की जीत से खुश यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव बेहद खुश हैं. अखिलेश यादव ने रविवार को इसे समाजवादी विचारधारा और धर्मनिरपेक्षता की जीत बताया. उन्होंने कहा कि इस जीत से ये संदेश गया है कि छात्रों के हितों की अनेदखी नहीं की जा सकती है. साथ ही बीजेपी सरकार की नीतियों के कारण भविष्य के साथ खिलवाड़ होने से छात्रों और नौजवानों में जबर्दस्त आक्रोश है.
अखिलेश ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में समाजवादी छात्रसभा के अवनीश यादव अध्यक्ष, चंद्रशेखर चैधरी उपाध्यक्ष, भरत सिंह उपमंत्री और अवधेश पटेल सांस्कृतिक मंत्री के पद पर भारी मतों से जीते हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को इन चुनावों में करारी हार मिली है. उन्होंने कहा कि केवल इलाहाबाद में ही नहीं जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के अलावा कई अन्य राज्यों के शिक्षण संस्थानों में भी बीजेपी की छात्र-युवा विरोधी राजनीति का तीखा विरोध हुआ है.
कौन बनेगी लखनऊ की महिला मेयर?
उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब राजधानी लखनऊ में महिला मेयर को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भीजेपी) के भीतर ही जोड़तोड़ शुरू हो गई है. इसको लेकर कई दिग्गज नेताओं ने अपनी पत्नी के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है. महिला मेयर की रेस में एक तरफ जहां मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरी शामिल हैं, वहीं दूसरी तरफ यूपी में बीजेपी की वरिष्ठ महिला नेता कुसुम राय भी इस दौड़ में शामिल हैं, जो यूपी की कैबिनेट मंत्री और राज्यसभा की सांसद भी रह चुकी हैं.
लखनऊ में मेयर सीट के लिए दावेदारों की एक लंबी लिस्ट है. पूर्व विधायक दिवंगत सतीश भाटिया की पत्नी संयुक्ता भाटिया, पूर्व पार्षद रंजना द्विवेदी, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की पत्नी जया लक्ष्मी शर्मा, कानून मंत्री ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक, डॉ. नीरज बोरा की पत्नी बिंदु बोरा, सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई डॉ. श्वेता सिंह के नामों की चर्चा भी हो रही है. बता दें, इस बार 16 नगर निगमों में से 6 सीटें महिला महापौर के लिए अरक्षित हुई हैं, जिनमें लखनऊ के अलावा वाराणसी और गोरखपुर की सीटें भी शामिल हैं.
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किसानों को 2022 का सब्जबाग दिखा रही बीजेपी सरकार: नरेश उत्तम पटेल
उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने रविवार को सूबे की बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति गंभीर नहीं है. किसानों के साथ अन्याय कर साल 2022 का सब्जबाग दिखाने का करतब दिखा रही है. उन्होंने ये भी कहा है कि त्योहारों के इस मौसम में बाजार पर नोटबंदी और जीएसटी का व्यापक असर दिख रहा है.
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि बीजेपी सरकार ने आलू उत्पादक किसानों और कामगारों का भारी शोषण हो रहा है. यूपी के किसानों को आलू का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है. किसानों ने अपना आलू प्रदेश के शीतगृहों में रखा था, लेकिन निकासी के समय आलू दो सौ रुपये प्रति बोरी से लेकर 225 रुपये प्रति बोरी बिक रही है.
सोर्स: आईएएनएस
पंचायती राज में 107 करोड़ रुपये को घौटाला, 12 अफसर निलंबित
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 14वें वित्त आयोग के पैसों का गलत इस्तेमाल करने के आरोप में 12 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. इनमें अपर निदेशक राजेन्द्र सिंह और मुख्य वित्त लेखाधिकारी केशव सिंह का नाम भी शामिल हैं. जबकि पूर्व निदेशक अनिल देमले के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
आरोप है कि पंचायत राज विभाग ने 699 करोड़ में से करीब 107 करोड़ रुपये का घौटाला किया है. अधिकारियों की मिलीभगत से 31 जनपदों में 107 करोड़ रुपये खातों से निकाल लिए गए. भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम तेज कर चुके सीएम योगी ने मामले के जांच की जिम्मेदारी सतर्कता आयोग को सौंपी है.
सोर्स: दैनिक जागरण
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