सेमीफाइनल में हारी टीम इंडिया
महिला टी20 वर्ल्ड कप से भारत के लिए सुबह-सुबह निराश करने वाली खबर आई है. टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम को इंग्लैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है. इंग्लैंड ने भारत को 8 विकेट से हराकर महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया. जहां उनका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा. सेमीफाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 112 रन बनाए थे, जवाब में इंग्लैंड ने सिर्फ 17.1 ओवर में ही दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. आपको बता दें कि साल 2017 के 50 ओवर वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने ही भारतीय टीम को फाइनल में हराया था.
राममंदिर का मुद्दा फिर गरमाया
राम मंदिर निर्माण को लेकर 25 नवंबर को गई धर्म सभा बुलाई गई है, जिसमें विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और शिवसेना जैसे संगठन शामिल होंगे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या के लिए रवाना होंगे जहां 25 नवंबर को वो साधु-संतों से भी मुलाकात करेंगे. उद्धव ने रामकथा पार्क में को सभा करने की मंजूरी मांगी थी लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं मिल सकी है. प्रशासन ने शिवसेना की रैली के दौरान माहौल बिगड़ने का अंदेशा जताया. धर्म संसद को सफल बनाने के लिए सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक ‘अयोध्या चलो’ का नारा बुलंद किया जा रहा है. अयोध्या में आयोजित हो रही धर्म सभा को लेकर मुस्लिम पक्षकार डरे हुए हैं. उनके मुताबिक हालात दिसंबर 1992 जैसे दिख रहे हैं.
अगर आप या आपके जानना वाला कोई भी शख्स विदेश में काम करता है, तो आपके लिए एक जरूरी खबर है. सरकार ने 18 देशों में वर्क वीजा पर काम कर रहे लोगों के लिए नियम में एक बड़ा बदलाव किया है. अब 18 देशों में काम कर रहे भारतीयों को यात्रा करने से पहले इमिग्रेशन वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा. ये नया नियम 1 जनवरी, 2019 से लागू होगा. इसके बाद अगर आप रजिस्टर नहीं करते हैं, तो यात्रा नहीं कर पाएंगे.
जम्मू-कश्मीर में 6 महीने के भीतर हो सकते हैं चुनाव
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग होने के बाद उठे सियासी बवाल के बीच मुख्य निवार्चन आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में 6 महीने के भीतर चुनाव होंगे. ओपी रावत ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में चुनाव, मई से पहले हो होने चाहिए....यह लोकसभा के पहले भी हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के नियाम के मुताबिक इन परिस्थितियों में विधानसभा चुनाव 6 महीने यानी मई 2019 तक हो जाना चाहिए. बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था और राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी थी. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग करने के मुख्य कारणों में एक कारण यह भी गिनाया कि राज्य में सरकार बनाने की खातिर बड़े पैमाने पर खरीद फरोख्त होने वाली थी.
महाराष्ट्र सरकार ने मानी किसानों की मांगें
अपनी कई मांगों को लेकर कल महाराष्ट्र के हजारों किसानों ने मुंबई की तरफ कूच किया था. सभी किसान आजाद मैदान पर एकजुट हुए. कुछ ही देर बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया. कुछ घंटों की इस बातचीत के बाद किसानों की लगभग सभी मांगों पर सरकार ने सहमति जता दी है. किसान नेताओं ने आजाद मैदान में जुटे सभी किसानों तक यह बात पहुंचा दी, जिसके बाद अब महाराष्ट्र के किसान आजाद मैदान से लौटने लगे.
महाराष्ट्र सरकार ने मानी किसानों की मांगें, लौट रहे हजारों किसान
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)