आर्थिक तौर पर पिछड़े सामान्य वर्ग के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार का बिल बुधवार को राज्यसभा से पास हो गया. राज्यसभा में इस बिल के पक्ष में 165 वोट जबकि, विपक्ष में 7 वोट पड़े. इससे पहले मंगलवार को यह बिल लोकसभा में भी भारी बहुमत से पास हुआ था. वहां इसके पक्ष में 323 वोट और विपक्ष में 3 वोट पड़े थे.
इस बिल को लगभग सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिला है. हालांकि कई दलों ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस बिल को लाने पर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं.
बिल को पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक
पीएम मोदी ने भी इस बिल को सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया है. पीएम ने आगरा की रैली में कहा कि हम ऐसा कोई काम नहीं करना चाहते जिससे किसी का भी हक छीना जाए. उन्होंने कहा कि इस बिल के जरिए सभी गरीबों को अवसर देने की कोशिश की गई है.
रविशंकर बोले, अभी और छक्के लगने बाकी
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में कहा कि क्रिकेट में छक्का अंतिम ओवर में लगता है, जब मैच क्लोज होता है तब लगता है. अगर आपको इसी पर परेशानी है तो ये पहला छक्का नहीं है, और भी छक्के लगने वाले हैं.
रविशंकर को सतीश चंद्र मिश्रा का जवाब
रविशंकर प्रसाद के छक्के वाले बयान का जवाब देते हुए बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार का छक्का बाउंड्री के पार नहीं जाएगा. यह बिल छलावे के तौर पर चुनाव के लिए लाया गया है. विपक्षी दलों का मानना है कि सरकार आरक्षण बिल लाकर चुनाव में फायदा उठाना चाहती है. इन पार्टियों का कहना है कि मोदी सरकार अपने चार से अधिक के कार्यकाल में देश में रोजगार पैदा करने में नाकाम रही है और अब रिजर्वेशन का लॉलीपॉप थमा रही है.
सवर्ण आरक्षण: मास्टर स्ट्रोक या बेचैनी, देखिए संजय पुगलिया का ब्रेकिंग व्यूज
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