झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री ने चुनावी रुझानों के साफ होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की है लेकिन उनका कहना है कि ‘ उम्मीद पर दुनिया टिकी हुई है. मुझे अभी भी उम्मीद है’. हांलाकि उनका कहना है कि जो भी रुझान आए हैं मैं उनका स्वागत करता हूं.
रघुबर दास का कहना है- लक्ष्य जीवन में हमेशा बड़ा रखना चाहिए. अब तक जो भी रुझान आए हैं मैं उनका स्वागत करता हूं. उम्मीद पर दुनिया टिकी हुई है. मुझे अभी भी जीतने की उम्मीद है.
ये बयान देने के बाद कुछ ही देर में पीटीआई से बातचीत करते हुए रघुबर दास ने चुनावी नतीजों पर ताजा बयान दिया-
ये बीजेपी की नहीं, मेरी हार है.रघुबर दास, बीजेपी नेता
अपनी सीट पर पीछे चल रहे हैं रघुबर दास
झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे अब कुछ ही देर में साफ हो जाएंगे. मौजूदा रुझानों में कांग्रेस-जेएमएम और आरजेडी के गठबंधन की सरकार बनती दिख रही है. लेकिन इन्हीं रुझानों के बीच एक झारखंड में एक मिथक सच होने जा रहा है. झारखंड में अब तक जितने भी चुनाव हुए, उसमें मौजूदा मुख्यमंत्रियों को अपनी सीट गंवानी पड़ी है. फिलहाल रघुवर दास भी इसी मिथक को बढ़ाते हुए पिछड़ते दिख रहे हैं.
4 मंत्री हार के कगार पर
सीएम रघुवर दास के अलावा तीन और ऐसे मंत्री हैं, जो चुनाव हारते दिख रहे हैं. शाम 5 बजे तक के चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, ये मंत्री पीछे चल रहे हैं. इसके अलावा भी कुछ मंत्री हैं जो बाल-बाल बचे हैं. जमशेदपुर पूर्व से सीएम रघुवर दास करीब 8.4 हजार मतों से पीछे चल रहे हैं. नंबर वन पर हैं कभी कैबिनेट में उनके सहयोगी रहे सरयू राय. सरयू राय ने चुनाव के समय ही पार्टी से बगावत की थी. जमशेदपुर के बगल में ही है जुगसलाई सीट. यहां से आजसू पार्टी से सिंचाई मंत्री रहे रामचंद्र सहिस की हार पक्की है. इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंगल कालिंदी 17 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं. दूसरे नंबर पर बीजेपी के मुचीराम बाउरी हैं.
मंत्री जो बाल-बाल बचे
कोडरमा से चुनाव लड़ रही शिक्षा मंत्री नीरा यादव महज 2172 मतों से आगे चल रही हैं. उनके एकदम पीछे हैं राजद के अमिताभ कुमार
रांची सीट से नगर विकास मंत्री रहे सीपी सिंह भी बाल बाल बचते लग रहे हैं. वो सिर्फ 3573 मतों से आगे चल रहे हैं. दूसरे नंबर पर हैं जेएमएम की महुआ माजी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)