कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रविवार रात अमेरिका के लिए रवाना हो गए, जहां वह अंतरराष्ट्रीय, आर्थिक एवं तकनीकी मामलों पर ग्लोबल थिंकर्स, नेताओं और वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे. करीब दो हफ्ते की अमेरिका की अपनी यात्रा में राहुल गांधी बर्कले में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में सोमवार को कंटेम्पररी इंडिया और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आगे की राह से जुड़े मुद्दों पर भाषण देंगे.
68 साल पहले नेहरू ने दिया था बर्कले में भाषण
साल 1949 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अमेरिका के बर्कले में भाषण दिया था और ठीक 68 साल बाद उनकी बेटी के पोते और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी बर्कले के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में भाषण देंगे.
ग्लोबल थिंकर्स से भी करेंगे मुलाकात
राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में शामिल प्रोद्यौगिकीविद् सैम पित्रोदा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा,
इस यात्रा के दो मकसद हैं. पहला मकसद दिलचस्प एवं ग्लोबल थिंकर्स से मुलाकात करके इकॉनमी, टेक्नोलॉजी साथ ही दुनिया में हो रहे घटनाक्रमेां पर चर्चा करना और दुनिया के मौजूदा हालातों पर विशेषज्ञों के अलग-अलग विचारों को सुनना है.
पित्रोदा ने भारत के कम्युनिकेशन फील्ड में बदलाव लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी के साथ करीब एक दशक तक काम किया था.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वॉशिंगटन डीसी भी जाएंगे. उनकी सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस के एक समारोह में थिंक टैंक समुदाय के सदस्यों को संबोधित करने की योजना है और अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के एक कार्यक्रम में कॉरपोरेट फील्ड के लोगों से भी मिलेंगे.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कई बार अमेरिका की यात्रा की है लेकिन उनके राजनीतिक करियर में यह पहली बार है जब वह जनसभा करेंगे, राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे और देश में भाषण देंगे.
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