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Rahul Gandhi से ED ने दूसरे दिन 11 घंटे की पूछताछ, बुधवार को फिर बुलाया

Rahul Gandhi से ED की पूछताछ के दूसरे दिन भी कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में रखा

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भारत
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नेशनल हेराल्ड अखबार (National Herald Newspaper) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आज दूसरे दिन ईडी के सामने पेश किया गया. इस दौरान उनसे 11 घंटे तक पूछताछ चली. बता दें कि राहुल गांधी से बुधवार, 15 जून को फिर से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता ने ईडी अधिकारियों से पूछताछ आज ही पूरी करने के लिए कहा था. देर हो जाने की वजह से एजेंसी ने इसे अस्वीकार कर दिया और उन्हें फिर से पेश होने के लिए कहा.

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राहुल के दोबारा ईडी दफ्तर जाने के बीच दिल्ली पुलिस ने कई जगह तैनाती बढ़ा दी और अकबर रोड पर धारा 144 लगा दी गई.

ईडी द्वारा की जा रही कार्रवाई का विरोध करते हुए कांग्रेस नेताओं दिल्ली में प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, AICC सचिव प्रणव झा और NSUI प्रमुख नीरज कुंदन के साथ-साथ पार्टी के अन्य नेताओं को वसंत कुंज पुलिस थाने में 8 घंटे से अधिक वक्त तक हिरासत में रखा गया. घेराबंदी वाले इलाके में प्रवेश करने से रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं की पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ झड़प हुई. पार्टी कार्यालय पहुंचने की कोशिश में कई लोगों को हिरासत में लिया गया.

राहुल गांधी के ईडी के सामने पेशी से पहले कांग्रेस पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. सुरजेवाला ने ED को ‘‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट’’ बताया. उन्होंने पूछा,

  1. आखिर बीजेपी के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों?

  2. क्या जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षड़यंत्र है ED की कार्रवाई?

  3. क्या राहुल गांधी मोदी सरकार द्वारा चंद धन्ना सेठों के हित साधने में रोड़ा बने हैं?

  4. बीजेपी सरकार हजारों करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च कर, अपने 40-50 मंत्री लगाकर, सारे मीडिया पर दबाव डालकर केवल एक आवाज - राहुल गांधी पर इतनी ज्यादा हमलावर क्यों है?

रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा,

भाजपाई सत्ता की एजेंसियों के डर से कितने ही लोगों ने समझौता कर, बीजेपी में माफीनामा देकर, बीजेपी में प्रवेश कर लिया. अब वो दूध के धुले हो गए हैं. कितनों ने घुटने टेक दिए. लेकिन राहुल गांधी ही हैं, जिन्होंने सरकार की आंख में आंख डालकर जनता के सवाल उठाए हैं. ये हमला उस निर्भीक आवाज पर है. ये हमला जनता के मुद्दों पर है. ये हमला बेरोजगारों, गरीबों, छोटे दुकानदारों व व्यापारियों, मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों के अधिकारों व संविधान से जुड़े सवालों पर है. हम न डरेंगे, न झुकेंगे, न दबेंगे, देश के लिए लड़ते रहेंगे.
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वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा अपने भाई राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंची हैं. इससे पहले भी प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी को छोड़ने ईडी दफ्तर गई थीं.

देशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन

बता दें कि राहुल गांधी को ईडी द्वारा बुलाए जाने के खिलाफ सोमवार को देशभर में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किए थे. राहुल गांधी भी सोमवार सुबह पार्टी नेताओं और समर्थकों के साथ ED के मुख्यालय पहुंचे थे. राहुल गांधी के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत सीनियर लीडर केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को पुलिस ने हिरासत में लिया था.

इस दौरान रणदीप सुरजेवाला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया था कि पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम के साथ पुलिस ने धक्कामुक्की की जिससे उन्हें चोट आई है.

सुरजेवाला और कुछ अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच के विरोध में आज उनके विरोध के दौरान हिरासत में लिया गया था. मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला, रघु शर्मा और अन्य नेता दिल्ली के वसंत कुंज पीएस में मौजूद थे.

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"केंद्रीय एजेंसियों का हो रहा दुरुपयोग"

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात कर रहे थे, ये कर नहीं पा रहे हैं तो इस प्रकार से केंद्रीय जांच ऐजेंसियों का दुरूपयोग कर रहे हैं. इन्होंने 8 सालों में एक भी बीजेपी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. सिर्फ विपक्ष के नेताओं के खिलाफ ही कार्रवाई की है.

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को चारों तरफ से घेर दिया गया है. चारों तरफ़ छावनी बना दी गई है. आज भी हमारे नेताओं को बसों के अंदर ठूसा गया है. ये लोग राहुल गांधी, सोनिया गांधी को बदनाम करके अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं.
भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

उन्होंने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी से पूछताछ की जा रही है. जिस तरह से कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ व्यवहार किया जा रहा है, यह तो तानाशाही रवैया है. यह केंद्र सरकार की खीझ दिखाई पड़ रही है, ये लोग तानाशाही पर उतर आए हैं.

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कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमें पिछले 3 घंटे से बदरपुर पुलिस स्टेशन में डीटेन करके रखा गया है. ये सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं का गलत इस्तेमाल कर रही है, ये शर्मनाक है. लोकतंत्र बचाने की इस लड़ाई में साथ आइये और इस बर्बर तानाशाही रवैए के खिलाफ एकजुट होकर कांग्रेस के हाथ को मजबूत करिए.

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