कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के आर्थिक प्रभाव को लेकर देश के नामी उद्योगपति राजीव बजाज के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत की है.
राजीव बजाज से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि किसी ने कल्पना की थी कि दुनिया को इस तरह से बंद कर दिया जाएगा. मुझे नहीं लगता कि विश्व युद्ध के दौरान भी दुनिया बंद थी. तब भी चीजें खुली थीं. यह एक अनोखी और विनाशकारी घटना है.''
लॉकडाउन लागू करने के विकल्पों पर बजाज ने कहा
- एक तरफ अगर मैं कह सकता हूं तो एक कठिन लॉकडाउन विकल्प है. जिसका मतलब है एक अभेद्य लॉकडाउन, मेरी जानकारी में यह दुनिया में कहीं नहीं हुआ है. आप खुद को घर में बंद कर लो और किसी से मत मिलो.
- दूसरी तरफ मैं कहूंगा, हमेशा की तरह व्यापार को चलने दो, जो होगा, होगा. यह भी कोई नहीं कहता.
- हर कोई बीच का रास्ता खोजने की कोशिश कर रहा है.
इसके अलावा बजाज ने कहा
- दुर्भाग्य से भारत ने न केवल पश्चिम की तरफ देखा, बल्कि यह पश्चिम की तरफ बहुत आगे चला गया.
- हमने एक कठिन लॉकडाउन को लागू करने की कोशिश की, जो अभी भी पोरस (सूराखदार) था. हम दोनों विकल्पों के बुरे नतीजों के बीच फंस गए.
- एक तरफ पोरस लॉकडाउन यह सुनिश्चित करता है कि वायरस अभी भी मौजूद रहेगा, तो आपने उस समस्या को हल नहीं किया है. मगर आपने निश्चित तौर पर अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा दिया है.
इसके आगे उन्होंने कहा,
‘’आपने गलत कर्व को समतल कर दिया. यह संक्रमण कर्व नहीं है, यह जीडीपी कर्व है. ‘’राजीव बजाज, मैनेजिंग डायरेक्टर, बजाज ऑटो
उन्होंने अनलॉक को लेकर कहा, ''आप कह रहे हो कि हम चीजों को खोल रहे हैं, पर मुझे तो लगता नहीं है कि हम खुल रहे हैं. क्योंकि आज एक सप्लायर खुलता है, उसके जोन में कल दो केस आ जाते हैं. उसको बंद किया जाता है''
बजाज ने कहा, ‘’मैं यह नहीं समझ पाता कि एशियाई देश होने के बावजूद हमने नहीं देखा कि पूर्व में क्या हो रहा था, इस पर ध्यान नहीं दिया गया. हमने इटली, फ्रांस, स्पेन, ब्रिटेन और अमेरिका को देखा. जो वास्तव में किसी भी मायने में सही बेंचमार्क नहीं हैं.’’
मेडिकल सेक्टर को लेकर बजाज ने कहा, ''अगर मेडिकल की दृष्टि से देखा जाए तो हमें एक बेहतरीन स्वास्थ्य ढांचा स्थापित करने से शुरू करना होगा.''
कोरोना वायरस संकट के बीच राहुल अलग-अलग क्षेत्रों के नामी लोगों के साथ संवाद कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने जानेमाने अर्थशास्त्रियों रघुराम राजन और अभिजीत बनर्जी और स्वास्थ्य विशेषज्ञों आशीष झा और जोहान गिसेक से बातचीत की थी.
इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में प्रवासी मजदूरों से मुलाकात कर उनसे संवाद किया था और कांग्रेस की तरफ से इसका वीडियो जारी किया गया था.
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