लद्दाख दौरे पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कारगिल में जनसभा की और अपने अनुभव साझा किए. राहुल गांधी ने इस दौरान बीजेपी और RSS पर जमकर हमला बोला. उन्होंने BJP-RSS पर हमला बोलते हुए कहा कि ''कुछ महीने पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक हम चले थे. हमारा लक्ष्य था कि RSS और BJP देश में जो नफरत और हिंसा फैला रहे हैं, उसके खिलाफ खड़े होना.''
राहुल गांधी ने लद्दाख के युवाओं और उनके भविष्य के बारे में बोलते हुए कहा कि "लद्दाख यात्रा में लोगों ने बताया कि हम केंद्र शासित प्रदेश भले ही बन गए हों पर सुविधाएं नहीं मिलीं. लद्दाख के लोगों को रोजगार नहीं मिला. यहां बेरोजगारी काफी ज्यादा है."
उन्होंने आगे कहा कि "लद्दाख के लोगों ने बताया कि जो कम्युनिकेशन का सिस्टम होना चाहिए, वो नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख के लोगों ने उन्हें स्थानीय हवाई अड्डे की मौजूदगी के बारे में भी बताया लेकिन यहां कोई हवाई जहाज नहीं आता है.
उन्होंने आगे कहा कि...
"जो आपकी राजनीतिक आवाज होनी चाहिए. जो आपके लोकल सरकार के लीडर होने चाहिए, वो आवाज दबाई जा रही है. आप जरूर यूनियन टेरिटरी बनें लेकिन आवाज दबाई जा रही है. लोगों ने दूसरी बात मुझे बोली कि रोजगार के जो वादे किए गए थे, वो झूठे थे. लद्दाख के किसी भी कोने में युवा से बात की जाए वो बताते हैं कि यहां बेरोजगारी हैं."राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद
राहुल गांधी ने भारत जोड़ों यात्रा के उद्देश्य को लेकर कहा कि ''देश में भाईचारा, मोहब्बत फैलाने की कोशिश की. भारत जोड़ो यात्रा का संदेश था- नफरत के बाजार में हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं. यात्रा श्रीनगर में नहीं रुकनी थी, यात्रा को लद्दाख आना था. उस समय बर्फ और सर्दी थी तो प्रशासन ने मना किया. हमने बात मान ली.''
उन्होंने आगे कहा कि ''एक बात एकदम साफ है. चीन ने हिंदुस्तान की हजारों किलोमीटर जमीन हमसे ली. दुख की बात है कि पीएम मोदी ने विपक्ष की बैठक में कहा कि हिंदुस्तान की एक इंच जमीन नहीं ली गई. लद्दाख के लोग जानते हैं कि चीन ने भारत की जमीन ली है और पीएम मोदी सच नहीं बोल रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि "सब जानते हैं कि यहां बहुत सारे प्राकृतिक संसाधन हैं. यहां सौर ऊर्जा की कोई कमी नहीं है. बीजेपी के लोग ये जानते हैं कि अगर आपको प्रतिनिधित्व दिया तो वो आपसे आपकी जमीन नहीं छीन पाएंगे. मामला जमीन का है. बीजेपी के लोग आपकी जमीन आपसे लेना चाहते हैं. अडानी जी के प्रोजेक्ट लगाना चाहते हैं. हम ये कभी होने नहीं देंगे."
राहुल गांधी ने और क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि यहां हमने यूपी-बिहार से आने वाले श्रमिकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि लद्दाख के लोगों के डीएनए में ही प्यार और मदद करना है. उन्होंने लद्दाख को अपना दूसरा घर बताया और कहा कि यहां के लोग उनकी हर तरह से मदद करते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि...
"मैंने यहां काम कर रहे यूपी-बिहार के लोगों से पूछा कि आप यहां सर्दी में काम कर रहे हो. आप यूपी बिहार से आए हो. यहां इतनी सर्दी पड़ती है. यहां माइनस 10 और 20 डिग्री तापमान चला जाता है. उन्होंने बताया कि उन्हें यहां कोई दिक्कत नहीं होती. यहां सर्दी बहुत होती है, पत्थर गिर जाते हैं, तो लद्दाख के लोग हमारी मदद करते हैं."राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद
उन्होंने प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम 'मन की बात' को लेकर बिना उनका नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा, ''एक और नेता हैं, जो अपने 'मन की बात' करते रहते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि आपके दिल की बात सुनूं."
उन्होंने कहा, “एक बात स्पष्ट है, महात्मा गांधीजी और कांग्रेस की विचारधारा लद्दाख के लोगों के खून और डीएनए में है.”
उन्होंने यह भी कहा कि "लेह शीर्ष निकाय और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस ने कुछ मांगें रखी हैं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमने आपकी मांगों का समर्थन किया है."
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