पेगासस जासूसी और कृषि कानूनों जैसे मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. इसी बीच संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में सरकार को घेरने के लिए आज राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं को ब्रेकफास्ट पर बुलाया. दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में राहुल गांधी के नाश्ते पर 15 विपक्षी पार्टियों के नेता जमा हुए.
नाश्ते की बैठक के बाद राहुल गांधी और विपक्षी सांसद पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर अपना विरोध जताने के लिए साइकिल से संसद मार्च किया.
राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं से कहा,
मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इस शक्ति (विपक्ष) को एक करना होगा. यह आवाज (जनता की) जितनी एकजुट होगी, यह आवाज जितनी मजबूत होगी, बीजेपी-आरएसएस के लिए इसे दबाना उतना ही मुश्किल होगा.
राहुल गांधी की इस मीटिंग में कांग्रेस, NCP, शिवसेना, RJD, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), सीपीआई, आईयूएमएल, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), केरल कांग्रेस (एम), झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के सासंद हिस्सा ले रहे हैं.
वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने खुद को इस ब्रेकफास्ट मीटिंग से अलग कर लिया है.
राहुल गांधी के "नाश्ते पर चर्चा" विपक्ष की रणनीति और लामबंदी के लिए बताई जा रही है. बता दें कि इससे पहले भी राहुल गांधी ने विपक्षी दलों के नेताओं के साथ अहम बैठक की थी. बैठक में करीब 14 राजनीतिक दल के नेता शामिल हुए थे. बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और सरकार पर जमकर हमला बोला था.
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