देश में लॉकडाउन जारी है लेकिन बड़ी तादाद में मजदूर पैदल अपने घर जा रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकारें मजदूरों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से जाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने को कह रही हैं. लेकिन मजदूरों का पैदल और रेल की पटरियों से घरों की ओर जाना लगातार जारी है. ऐसे ही कुछ मजदूर 16 मई को दिल्ली के सुखदेव विहार से गुजर रहे थे, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनसे मुलाकात की.
ये मजदूर सुखदेव विहार के फ्लाईओवर से जा रहे थे, जब राहुल गांधी ने इनसे मुलाकात की. राहुल ने सड़क किनारे बैठकर इनसे बात की. इस बातचीत की कई तस्वीरें सामने आई हैं.
हालांकि इसके बाद ये खबरें सामने आई कि इन मजदूरों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. अब दिल्ली पुलिस ने इस बारे में सफाई दी है. पुलिस ने कहा है कि मजदूरों को हिरासत में लेने की खबर गलत है.
मजदूर अभी भी उसी जगह मौजूद हैं. नियमों के मुताबिक उन्हें एक बड़े समूह में किसी वाहन में चढ़ने की इजाजत नहीं दी गई है. ऐसा कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऑफर किया था.दिल्ली पुलिस
'मजदूरों को घर पहुंचा रही कांग्रेस'
दिल्ली कांग्रेस के नेता अनिल चौधरी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि पार्टी को मजदूरों को हिरासत में लिए जाने का पता चला था जिसके बाद राहुल गांधी उनसे मिलने पहुंचे. चौधरी ने कहा, "हमने पुलिस से बात की और वो मान गए कि 2 लोगों को साथ में भेजा जाएगा. हमारे वॉलंटियर मजदूरों को उनके घर ले जा रहे हैं. हम 2 लोगों को साथ भेज रहे हैं."
ANI ने प्रवासी मजदूरों से भी बात की. देवेंद्र नाम के एक मजदूर ने बताया कि राहुल गांधी ने उनसे मुलाकात की है.
राहुल गांधी ने हमारे लिए गाड़ी बुक की है और उन्होंने कहा है कि वो हमें घर तक छोड़ेंगे.देवेंद्र, प्रवासी मजदूर
देवेंद्र ने बताया कि राहुल ने प्रवासी मजदूरों को खाना, पानी और मास्क भी दिए हैं.
राहुल को 50 दिन बाद याद आए मजदूर?: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने मजदूरों से मुलाकात करने को लेकर राहुल गांधी की आलोचना की है. सिंह ने कहा कि क्या राहुल गांधी को 50 दिन बाद प्रवासी मजदूरों की याद आई है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "हमारी केंद्र और राज्य की सरकारें मजदूरों के लिए खाना और ट्रेन की व्यवस्था कर रही हैं. राहुल ने उनसे मुलाकात सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए की थी. कुछ संवेदनशीलता होनी चाहिए."
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