कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर एक बार फिर हमला बोला है. राहुल ने भारत की गिरती अर्थव्यवस्था पर कहा, “जिस सावधानी के लिए हम लंबे समय से कह रहे थे वो बात अब खुद सरकार के आर्थिक सलाहकारों ने आखिरकार स्वीकार कर ली है. भारत की अर्थव्यवस्था बड़ी मुश्किल में है.”
दरअसल, राहुल ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने नकदी की कमी, आर्थिक क्षेत्र में सुस्ती और अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जताई है. राजीव कुमार ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में निवेश में कमी हो रही है, पूरा फाइनेंशियल सिस्टम जोखिम में है. सरकार 'अभूतपूर्व समस्या' का सामना कर रही है.
राजीव कुमार के इसी बयान पर राहुल ने मोदी सरकार को अपनी सलाह मानने की बात की है. राहुल ने कहा है-
अब, पीएम मोदी हमारे बताए समाधान को स्वीकार करें और जरूरतमंदों के हाथों में पैसा वापस करके अर्थव्यवस्था को फिर से संगठित करें, ना की लालचियों के हाथ में देकर.
नीति आयोग के VC राजीव कुमार ने क्या कहा था?
राजीव कुमार ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा,
“अगर सरकार वित्तीय क्षेत्र में समस्या को पहचानती है, तो सरकार को लीक से हटकर कुछ कदम उठाने होंगे. पिछले 70 सालों में किसी ने ऐसी परिस्थिति नहीं देखी जहां सारा वित्तीय क्षेत्र उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है और प्राइवेट सेक्टर में कोई भी दूसरे पर भरोसा नहीं कर रहा है. यह भारत सरकार के लिए एक अभूतपूर्व मुद्दा है. पिछले 70 सालों से, हमने इस तरह की नकदी की कमी की स्थिति का सामना नहीं किया है. आपको ऐसे कदम उठाने पड़ सकते हैं जो सामान्य से बाहर हों. मुझे लगता है कि सरकार को प्राइवेट सेक्टर की कुछ आशंकाओं को दूर करने के लिए जो बन सके करना चाहिए.”
राजीव कुमार ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब मुख्य आर्थिक सलाहकार के. सुब्रमण्यम से लेकर खुद आरबीआई के गवर्नर शक्ति कान्त दास ने भी आर्थिक मंदी की ओर इशारा किया है.
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