गुजरात चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक जा रही है, राजनीतिक पार्टियों के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला तेज होता जा रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी सवालों की सीरीज के तहत मंगलवार को पीएम मोदी से सातवां सवाल पूछा. राहुल ने सवाल किया कि गैस सिलेंडर, टमाटर और प्याज के दाम बढ़ने से जनता परेशान है, क्या BJP सरकार क्या सिर्फ अमीरों की होगी.
राहुल गांधी ने #गुजरात_मांगे_जवाब हैशटैग के जरिए पूछा-
जुमलों की बेवफाई मार गई, नोटबंदी की लुटाई मार गई. GST सारी कमाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो - महंगाई मार गई. बढ़ते दामों से जीना दुश्वार, बस अमीरों की होगी बीजेपी सरकार?
पहला सवाल- वादे पूरे करने में 45 साल लोगे?
राहुल गाधी ने सवालों की सीरीज के तहत पहला सवाल बुधवार को पूछा था. राहुल ने पूछा था- ‘गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्री जी से पहला सवालः 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे. 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर. प्रधानमंत्री जी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?’
दूसरा सवाल- हर गुजराती पर ₹37,000 का कर्ज क्यों?
राहुल गाधी ने सवालों की सीरीज के तहत दूसरा सवाल गुरुवार को पूछा था. इसमें उन्होंने पूछा-
‘1995 में गुजरात पर कर्ज- 9,183 करोड़. 2017 में गुजरात पर कर्ज- 2,41,000 करोड़. यानी हर गुजराती पर ₹37,000 कर्ज. आपके वित्तीय कुप्रबन्धन और पब्लिसिटी की सजा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?’
तीसरा सवाल- निजी बिजली कंपनियों को क्यों पहुंचाया फायदा
राहुल गाधी ने सवालों की सीरीज के तहत शुक्रवार को तीसरा सवाल किया था. इसमें उन्होंने पूछा-
‘2002-16 के बीच ₹62,549 करोड़ की बिजली खरीदकर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? सरकारी बिजली कारखानों की क्षमता 62 फीसदी घटाई, लेकिन निजी कंपनी से ₹3/ यूनिट की बिजली ₹24 तक क्यों खरीदी? जनता की कमाई क्यों लुटाई?’
चौथा सवाल- सरकारी शिक्षा पर खर्च में गुजरात पीछे क्यों?
राहुल गाधी ने शनिवार को चौथा सवाल पूछा था. इसमें उन्होंने सवाल किया था-
‘सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर किया शिक्षा का व्यापार. महंगी फीस से हर छात्र पर मार पड़ी. New India का सपना कैसे होगा साकार? सरकारी शिक्षा पर खर्च में गुजरात देश में 26वें स्थान पर क्यों? युवाओं ने क्या गलती की है?’
पांचवा सवाल- महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य का उठाया मुद्दा
राहुल गाधी ने सवालों की सीरीज के तहत रविवार को पांचवा सवाल किया था. इसमें उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य का मुद्दा उठाया था.
‘न सुरक्षा, न शिक्षा, न पोषण,महिलाओं को मिला तो सिर्फ शोषण, आंगनवाड़ी वर्कर और आशा, सबको दी बस निराशा. गुजरात की बहनों से किया सिर्फ वादा, पूरा करने का कभी नहीं था इरादा.’
छठा सवाल- लोगों को कम क्यों मिल रही है कम सैलरी
राहुल गाधी ने सोमवार को छठा सवाल किया. इसमें उन्होंने कांट्रैक्ट पर काम रहे लोगों को मिल रही कम सैलरी का मुद्दा उठाया था.
'एक तरफ युवा बेरोजगार, दूसरी तरफ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेजार. 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों?'
दरअसल, राहुल गांधी इन सवालों के जरिए पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से किए गए चुनावी वादों की याद दिला रहे हैं.
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