ADVERTISEMENTREMOVE AD

इधर-उधर की बात न कर, ये बता काफिला लुटा कैसे-PM के संबोधन पर राहुल

पीएम मोदी के संबोधन के बाद विपक्षी दलों ने साधा निशाना

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पीएम मोदी ने 30 जून को देश के नाम संबोधन में ऐलान किया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को अब नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लेकिन पीएम के संबोधन से पहले माना जा रहा था कि वो इस दौरान चीन का जिक्र भी करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद अब विपक्षी नेताओं ने एक बार फिर पीएम को घेरने की कोशिश की है. राहुल गांधी ने ट्विटर पर कुछ लाइनें पोस्ट कर पीएम पर हमला बोला, वहीं ममता बनर्जी ने भी सलाह दे डाली.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने पीएम के संबोधन के ठीक बाद एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि पीएम चीन मुद्दे से हटकर बाकी अन्य मुद्दों की बात कर रहे हैं. उन्होंने शायरी भरे अंदाज में लिखा,

"तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि काफिला कैसे लुटा, मुझे रहजनों से गिला तो है, पर तेरी रहबरी का सवाल है."
राहुल गांधी

कांग्रेस ने कहा- चीन का नाम लेना भूल गए पीएम

इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने भी पीएम मोदी के संबोधन को लेकर कहा कि पीएम चीन की आलोचना करना भूल गए. कांग्रेस ने कहा कि पीएम देश के नाम संबोधन में चीन का जिक्र करने से भी डरते हैं. साथ ही पार्टी ने ये भी कहा कि जो पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा वो एक सरकारी नोटिफिकेशन के जरिए भी कहा जा सकता था. कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर भी शेयर की, जिसमें बताया गया कि चीन कई सौ मीटर भारतीय सीमा की तरफ घुसपैठ कर चुका है.

ममता ने दिया सुझाव

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के संबोधन के बाद सुझाव देते हुए कहा कि सरकार को सभी लोगों के लिए फ्री राशन की स्कीम को आगे बढ़ाना चाहिए. इसके अलावा जहां पीएम मोदी ने नवंबर तक गरीबों के लिए योजना को बढ़ाया है, वहीं ममता बनर्जी ने राज्य में जून 2021 तक गरीबों को फ्री राशन देने की बात कही है. बता दें कि अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं इस साल बिहार में चुनाव होने जा रहे हैं, जो छठ पूजा के आसपास होंगे.

एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी पीएम मोदी के संबोधन को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने भी कहा कि पीएम ने चीन पर आखिर क्यों कुछ नहीं कहा. ओवैसी ने लिखा,

"आज चीन पर बोलना था, बोल गए चना पर. ये भी काफी जरूरी था क्योंकि आपके बिना प्लान के लॉकडाउन ने कामगार लोगों को बिना खाने के रहने के लिए छोड़ दिया. साथ ही आपने कई त्योहारों का जिक्र किया, लेकिन बकरीद को भूल गए. चलिए फिर भी आपको पेशगी ईद मुबारक."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×