कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi Manipur Visit) हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर के 2 दिन के दौरे पर रवाना हो गए हैं. इस दौरान वे राहत शिविरों में जाएंगे. वे इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत भी करेंगे.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले दिन राहुल गांधी तुईबोंग के ग्रीनवुड अकादमी और चुराचांदपुर सरकारी कॉलेज में रुकेंगे. वे कोन्जेंगबाम और मोइरांग कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे.
राहुल गांधी विपक्ष की तरफ से राष्ट्रीय स्तर के पहले नेता हैं, जो हिंसा प्रभावित मणिपुर में हालात का जायजा लेने के लिए जा रहे हैं. मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच पिछले लगभग 50 दिनों से बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है.
कई नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
एमपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष केएच देबब्रत ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि...
"राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलने और प्रभावित परिवारों के साथ रहने के लिए राहुल गांधी चुराचांदपुर का दौरा करेंगे. बाद में वह मोइरांग जाएंगे और प्रभावित परिवारों और नागरिक समाज संगठनों के साथ बातचीत करेंगे. दूसरे दिन वे इंफाल में महत्वपूर्ण लोगों से भी मिलेंगे. इसके साथ ही दो और राहत शिविरों का दौरा करेंगे."
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता सांसद संजय राउत ने राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य की खराब हालत के पीछे चीन का हाथ बता दिया. उन्होंने कहा, "यह अच्छी बात है कि राहुल गांधी मणिपुर जा रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री वहां गये, लेकिन कुछ नहीं हुआ. पीएम ने अब तक मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा है. मणिपुर में स्थिति बिगड़ रही है क्योंकि इसमें चीन का हाथ है."
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि, "वे(राहुल गांधी) देश के रखवाले हैं, जो शांति कायम करने के प्रयासों के लिए (मणिपुर) जा रहे हैं. किसी भी संवैधानिक पद पर न होने के बावजूद वे वहां जाकर ये बता रहे हैं कि पूरा देश मणिपुर के साथ खड़ा है."
राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर नॉर्थ ईस्ट के AICC प्रभारी अजॉय कुमार ने कहा है कि "
"राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी हमेशा से मणिपुर का मुद्दा उठाती रही है. राहुल गांधी का मानना है कि देश को मणिपुर की स्थिति जानने की जरूरत है. राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. डबल इंजन सरकार ट्रिपल प्रॉब्लम सरकार बन गई है. राहुल गांधी इस यात्रा के बाद राज्य के लोगों से मिलेंगे और मुझे लगता है कि सरकार को सबक लेना चाहिए."
कम से कम 100 लोगों की हो चुकी है मौत
अभी तक मणिपुर में कम से कम 100 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 35000 लोग विस्थापित हुए हैं.
मणपुर के हालातों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार 24 जून को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. मीटिंग के बाद बीजेपी ने राज्य में हालात सामान्य करने के लिए अपने प्रयासों का जिक्र किया था. हालांकि, कांग्रेस का कहना था कि उसे बैठक में अपने बिंदू रखने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया था.
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