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ट्रेन सेवाएं बहाल करने पर अबतक कोई अंतिम फैसला नहीं: रेलवे

भारतीय रेल ने शनिवार को कहा कि ट्रेन सेवाएं बहाल करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है

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भारतीय रेल ने शनिवार को कहा कि ट्रेन सेवाएं बहाल करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, जबकि रेलवे जोनों ने यात्री सेवाएं बहाल करने की योजनाएं तैयार करनी शुरू कर दी हैं, कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किये गये 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान 14 अप्रैल तक ट्रेन सेवाएं स्थगित रखी गई हैं.

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रेलमंत्री ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

रेलवे का यह बयान ऐसे समय है, जब एक दिन पहले ही रेल मंत्री पीयूष गोयल का रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई थी, इसमें यह तय किया गया था कि चरणबद्ध तरीके से सेवाएं बहाल की जाएंगी और इस तरह सेवाएं बहाल करने की योजनाओं मंजूरी के लिए बोर्ड के पास भेजी जाएगी,

एक अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंस के दौरान लिये गये निर्णय पर कहा , ‘‘हर ट्रेन के लिए रेलवे बोर्ड से विशेष मंजूरी प्राप्त करने के बाद ही ट्रेन सेवाएं बहाल करनी होगी, चरणबद्ध योजना के लिए सुझाव बोर्ड के पास भेजे जाने चाहिए,’’

हालांकि, ट्रेनों का संचालन सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद ही शुरू होगा, सरकार ने इस मुद्दे पर मंत्रियों का एक समूह भी बनाया है,

15 अप्रैल से सेवा बहाल करने की योजना पर तैयारी

सभी 17 रेलवे जोन और संभाग ट्रेनों को चिह्नित करने और 15 अप्रैल से सेवाएं बहाल करने की योजनाएं तैयार कर रहे हैं और ऐसा करते हुए वे ट्रेनां की रैक की उपलब्धता को ध्यान में रख रहे हैं, उदाहरण के लिए उत्तर रेलवे के फिरोजपुर संभाग (डिविजन) ने 23 ट्रेनें बहाल करने की योजना तैयार की है और उनके लिए अमृतसर, जम्मू तवी, श्री वैष्णोदेवी और फिरोजपुर रेलवे स्टेशनों पर रैक उपलब्ध हैं,

इन ट्रेनों में सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस, नयी दिल्ली एक्सप्रेस, बनमंखी जनसेवा एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस, कटिहार एक्सप्रेस, जयनगर सरयू यमुना एक्सप्रेस, सहरसा साप्ताहिक जनसाधरण एक्सप्रेस, बिलासपुर-छत्तीसगढ एक्सप्रेस, दरभंगा जननायक एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस और पठानकोट रावी एक्सप्रेस शामिल हैं,

इसी तरह दिल्ली संभाग की करीब 200 ट्रेनों को बहाल करने की योजना है जिनमें अमृतसर शताब्दी, नयी दिल्ली-रांची रजाधानी, रेवा एक्सप्रेस और जम्मू राजधानी आदि शामिल हैं,

सूत्रों ने बताया कि ऐसी भी संभावना है कि रेलवे सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करे और अन्य नियमों का पालन करे जिसके बारे में शायद सरकार लॉकडाउन के बाद सलाह दे सकती है, सूत्रों के अनुसार अगले सप्ताह ठोस कार्ययोजना जोनों को भेजी जा सकती है,

बता दें कि रेलवे ने 21 दिनों के लिए 13,523 ट्रेनों की सेवाएं निलंबित कर दी थी क्योंकि प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी, हालांकि, मालगाड़ियों के परिचालन को छूट दी गई.

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