राजस्थान पुलिस ने जयपुर में इंडियन ऑयल के कर्मचारी को इस्लामिक स्टेट के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया है.
इंडियन ऑयल कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद सिराजुद्दीन पर इंटरनेट के द्वारा युवाओं को इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का भी आरोप है.
काफी दिनों से रखी जा रही थी नजर
राजस्थान पुलिस की आतंकवाद निरोधी शाखा एवं एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. आलोक त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि मोहम्मद सिराजुद्दीन की गतिविधियां संदिग्ध होने की गुप्त सूचना मिलने के बाद से उस पर नजर रखी जा रही थी. मोहम्मद सिराजुद्दीन मूलत: गुलबर्गा, कर्नाटक का रहने वाला है.
इण्डियन ऑयल कॉरपोरेशन, जयपुर में मार्केटिंग मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन की प्रतिबन्धित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का सक्रिय सदस्य होने और मुस्लिम युवाओं को इस्लामिक स्टेट के लिए काम करने के लिए उकसाने की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया है.डॉ. आलोक त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक
मोहम्मद सिराजुद्दीन व्हाट्सऐप, फेसबुक और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया के जरिए लोगों को आपत्तिजनक और आतंकी संगठन आईएस के प्रचार-प्रसार से जुड़े संदेश भेजता था. इसके साथ ही वह मुस्लिम युवाओं को आईएस के साथ जुड़कर काम करने के लिए भी उकसाता था.
संदिग्ध मोहम्मद सिराजुद्दीन से पूछताछ और डाटा विश्लेषण से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा इंटरनेट का प्रयोग कर मुस्लिम युवकों, युवतियों को आईएसआईएस में भर्ती करने के आपराधिक साजिश का खुलासा हुआ है. मोहम्मद सिराजुद्दीन व्हाट्सऐप, फेसबुक और टेलीग्राम पर कई ग्रुप बनाकर आईएस की आतंकी और जेहादी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करता था.डॉ. आलोक त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक
संदिग्ध से पूछताछ जारी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि लोगों को इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिये प्रेरित करने वाले आपत्तिजनक मैसेज, फोटो व वीडियो बड़ी मात्रा में पोस्ट किये गए. सिराजुद्दीन के पास से आईएसआईएस की ऑनलाइन मासिक पत्रिका ‘दाबिक’ के कई अंक भी बरामद किए गए. उन्हाेंने कहा कि मोहम्मद सिराजुद्दीन के इस्लामिक स्टेट के अन्य भारतीय एवं विदेशी सदस्यों से सम्पर्कों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है.
इस्लामिक स्टेट के प्रचार का आरोप
सिराजुद्दीन ने प्रतिबन्धित आतंकी संगठन आईएस से ऑनलाइन जुड़कर इसकी गतिविधियों को ऑनलाइन प्रचारित, प्रसारित कर आतंकी संगठन के कार्य को बढ़ावा देकर अन्य लोगों को इसकी विचारधारा से प्रेरित कर सदस्य बनाने प्रचार-प्रसार किया.
डा. त्रिपाठी ने बताया कि एटीएस द्वारा पुलिस थाना एसओजी, राजस्थान, जयपुर में विधि विरुद्घ क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1967 के अन्तर्गत अभियोग दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करके जांच की जा रही है.
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