राजस्थान (Rajsthan) सरकार ने REET पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि REET 2021 का लेवल-2 एग्जाम रद्द किया जाएगा और यह परीक्षा बाद में फिर से करवाई जाएगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार द्वारा जल्द ही एग्जाम करवाने की तारीख का ऐलान किया जाएगा. सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कैबिनेट बैठक में REET लेवल-2 की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है.
उन्होंने ट्वीट में कहा कि लेवल-1 की प्रक्रिया पूर्ववत जारी रहेगी. अब दोनों लेवल मिलाकर कुल 62,000 पदों के लिए भर्ती होगी. युवा निश्चिंत रहें, प्रदेश सरकार उनके हित में पूरी तरह साथ खड़ी है. रीट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच SOG कर रही है, हमारी सरकार हर दोषी को सजा दिलाकर युवाओं के साथ न्याय सुनिश्चित करेगी.
बता दें कि पहले 32 हजार पदों के लिए भर्ती थी, लेकिन अब भर्ती बढ़कर 62 हजार पदों की लेवल वन और लेवल टू के लिए होगी. इसके पहले मई में परीक्षा होनी थी, लेकिन अब एसओजी की रिपोर्ट के बाद ही होगी.
'बीजेपी फ्रस्ट्रेशन में है'
गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी, सरकार के शासन से फस्ट्रेशन में है. 25 लाख ने रीट की परीक्षा दी थी, हमने अभ्यर्थियों को परीक्षा में सभी सुविधा दी, खाने पीने की व्यवस्था की, इससे दूसरे राज्यों के बच्चे भी खुश हुए.
उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने के बाद एसओजी की जांच करवाई गई. देश भर में ऐसे हादसे हो रहे हैं, केंद्र में तीन, यूपी, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और हिमाचल में भी पेपर लीक हुए हैं.
हमने तीन साल में एक लाख नौकरी दी है, 90 हजार की प्रक्रिया जारी है. मैं पूछना चाहता हूं कि आपके पेपर लीक गैंग से संबंध है तो पहले ही कह देते, हम पहले ही कदम उठा लेते. अपराध की जानकारी नही देना भी अपराध का भागीदार होता है. प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया को बयान बदलना पड़ा है. सरकार को बदनाम करने का दिल्ली से एजेंडा आया है.अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री राजस्थान
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है वह खतरनाक है, यह गैंगवार की लड़ाई है. अगर उन्हें पहले पता था तो उन्हें सरकार को अवगत करवाना चाहिए था ताकि परीक्षा से पहले ही एहतियात कदम उठाए जा सकते हैं.
आरईईटी 2021 पेपर लीक मामले को लेकर बीजेपी गहलोत सरकार पर लगातार हमलावर रही है. पिछले दिनों बीजेपी ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए मंत्री और राजीव गांधी स्टडी सर्कल के राष्ट्रीय समन्वयक सुभाष गर्ग की भूमिका पर भी सवाल उठाए था. इसका अलावा सीबीआई जांच की भी मांग की जा रही थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)