करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi Murder) पंचतत्व में विलीन हो गए. 7 दिसंबर को कड़ी सुरक्षा के बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव हनुमानगढ़ में किया गया. अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्हें नम आंखों से विदाई दी.
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का पार्थिव शरीर 7 दिसंबर यान गुरुवार की सुबह जयपुर के राजपूत सभा भवन में रखा गया, जहां लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी. उसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव हनुमानगढ़ ले जाया गया, जहां उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए.
कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर लगाए आरोप
इधर, करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा "5 साल तक कांग्रेस की सरकार थी तो उनपर कोई हमला नहीं हुआ. कांग्रेस सरकार के दौरान वे सुरक्षित थे. इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार है."
बता दें कि 5 दिसंबर को जयपुर के श्याम नगर में करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिसमें दो लोग उनपर फायरिंग करते दिखे. इस हत्या से राजपूत समुदाय में आक्रोश है. वहीं, करणी सेना के सदस्यों ने सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने रास्ता बंद कर दिया, टायर जलाए और भीलवाड़ा में ट्रेन रोक दी. करणी सेना और गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने 6 दिसंबर को राजस्थान बंद का आह्वान किया था. इस विरोध-प्रदर्शन की आग एमपी तक पहुंची. मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर में भी करणी सेना के सदस्यों ने हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य गैंगस्टर रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट के जरिए गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली.
दो पुलिसकर्मी निलंबित
राजस्थान पुलिस ने हत्या में शामिल दो शूटरों रोहित राठौड़ मकराना और नितिन फौजी की पहचान की है. इधर, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा की और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए. मामले में एसएचओ समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)