ADVERTISEMENTREMOVE AD

किसानों को लगता है कि नरेंद्र मोदी किसानों के पीएम नहीं हैं- राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा कि, 750 किसानों की मौत हो चुकी है लेकिन सरकार की तरफ से शोक तक नहीं व्यक्त किया गया.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

दिल्ली (Delhi) के चारों ओर किसान (Farmer) केंद्र सरकार (Central Government) के तीन नए कृषि कानूनों (Three new farming laws) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस आंदोलन (Farmer Protest) एक साल होने को जा रहा है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है. इस स्थिति पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का बयान आया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राकेश टिकैत ने क्या कहा?

राकेश टिकैत ने कहा कि,

इस आंदोलन में अब तक करीब 750 किसान मारे गए लेकिन भारत सरकार की ओर से कोई शोक व्यक्त नहीं किया गया. देश के किसानों को लगता है कि पीएम मोदी किसानों के पीएम नहीं हैं. वो किसानों को देश से अलग समझते हैं.
राकेश टिकैत, किसान नेता

करीब एक साल से चल रहा आंदोलन

किसान आंदोलन 25 नवंबर 2021 से शुरू हुआ था. तब से लेकर अब तक बरसात, गर्मी, सर्दी सब किसान देख चुके हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है. किसान मुख्य रूप से सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. जिसके लेकर पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि, प्रदर्शन करना किसानों का हक है लेकिन आप रास्ता नहीं रोक सकते.

इसके बाद किसानों ने कहा था कि हमने रास्ता नहीं रोक रखा, ये तो पुलिस ने रोका है और फिर बॉर्डर पर कुछ हद तक रास्ते खोल दिये गये थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कई दौर की बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल

पिछले साल नवंबर में जब किसान दिल्ली के चारों और बैठ गए तो सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन बात नहीं बनी. किसानों का कहना था कि हम कानून पूरी तरह से वापिस करवाना चाहते हैं और सरकार इस पर राजी नहीं थी. इसके बाद से लेकर अब तक किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×