अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के मौके पर देशभर के नेताओं का बयान आ रहा है. इसी मौके पर अब राहुल गांधी का भी बयान आया है. राहुल गांधी ने ट्विट कर राम के कई सारे गुण गिनाए. राहुल गांधी ने कहा,
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं. वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं. उन्होंने आगे लिखा, राम प्रेम हैं- वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं- वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते. राम न्याय हैं- वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते.
राहुल और आडवाणी के बयान में समानताएं
भूमि पूजन से पहले राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी राहुल गांधी से मिलती जुलती बात कही थी. उन्होंने शिलान्यास से पहले एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा कि ये राम मंदिर एक रामराज्य का प्रतीक होगा, जहां किसी को भी समाज से बहिष्कृत नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा,
“श्रीराम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के रूप हैं. मेरा मानना है कि श्रीराम का ये मंदिर हम सभी भारतीयों को श्रीराम के इन गुणों को आत्मसात करने की प्रेरणा देगा. मुझे ये भी विश्वास है कि राम मंदिर एक शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा. जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा. ताकि हम राम राज्य की ओर अग्रसर हों, जो सुशासन का प्रतीक है. श्रीराम का आशीर्वाद भारत और भारत वासियों को सदैव प्राप्त हो, यही मेरी कामना है.”
हालांकि राहुल गांधी ने राम जन्म भूमि को लेकर ट्वीट में कुछ भी जिक्र नहीं किया है. वहीं आडवाणी ने राम मंदिर को लेकर कहा कि उनका सपना पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा, “जीवन के कुछ सपनों को पूरा होने में वक्त लगता है. लेकिन जब वो पूरा होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई.”
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