ADVERTISEMENTREMOVE AD

PM मोदी के प्रधान सचिव रहे नृपेंद्र की देखरेख में बनेगा राम मंदिर

नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव रह चुके हैं, अब बनाए गए मंदिर निर्माण समति के चैयरमैन

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की पहली बैठक के बाद अहम पदों का बंटवारा भी हो चुका है. महंत नृत्यगोपाल दास को इस ट्रस्ट का अध्यक्ष नामित किया गया है. वहीं भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा को बनाया गया है. मिश्रा पीएम नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव थे. उन्होंने पिछले ही साल अपना इस्तीफा सौंपा. अब उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. जानिए कौन हैं नृपेंद्र मिश्रा जिनकी देखरेख में मंदिर का निर्माण होगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नृपेंद्र मिश्रा ने जब प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद से इस्तीफे की पेशकश की थी तो पीएम ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था. हालांकि इसके बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया. इस्तीफा मंजूर होने के बाद खुद पीएम मोदी ने ट्विटर पर उनकी जमकर तारीफ की थी. पीएम मोदी ने कहा था,

“2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री के रूप में दायित्व संभाला, तब मेरे लिए दिल्ली भी नई थी और नृपेंद्र मिश्रा जी भी नए थे. लेकिन दिल्ली की शासन-व्यवस्था से वे भली-भांति परिचित थे. उस परिस्थिति में उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं. उस समय उन्होंने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से मेरी मदद की, बल्कि 5 साल देश को आगे ले जाने में, जनता का विश्वास जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. एक साथी के रूप में 5 साल तक हमेशा उन्होंने साथ दिया.”
पीएम नरेंद्र मोदी

कौन हैं नृपेंद्र मिश्रा

मिश्रा को एक काफी शार्प ब्यूरोक्रेट माना जाता रहा है. बतौर ब्यूरोक्रेट उनका करियर काफी शानदार रहा. वो दयानिधि मारन के मंत्री के कार्यकाल के दौरान दूरसंचार सचिव रह चुके हैं और उनको ब्रॉडबैंड पॉलिसी का श्रेय जाता है. जानिए मिश्रा के बारे में ये अहम बातें-

  • नृपेंद्र मिश्रा 1967 बैच के उत्तर प्रदेश काडर के अधिकारी हैं.
  • उन्हें पहली मोदी सरकार में 28 मई 2014 को पीएम नरेंद्र मोदी का प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था.
  • मिश्रा 2006 से 2009 के बीच ट्राई के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह साल 2009 में इसी पद से रिटायर हुए थे.
  • मिश्रा की अध्यक्षता में ही ट्राई ने अगस्त 2007 में स्पेक्ट्रम की नीलामी की सिफारिश की थी.
  • 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले की सुनवाई में वह दिल्ली की एक कोर्ट में अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में पेश हो चुके हैं.
  • हाल ही में नृपेंद्र मिश्रा को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का चेयरमैन भी बनाया गया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×