अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण की देखरेख के लिए बनाई गई राम मंदिर ट्रस्ट की 18 जुलाई को बैठक हुई. इस बैठक में मंदिर निर्माण की तारीख और आगे की योजना पर बात हुई. बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि मंदिर के शिलापूजन के लिए दो तारीख तय की गई हैं और पीएम नरेंद्र मोदी आखिरी फैसला लेंगे.
ट्रस्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को राम मंदिर के शिलान्यास के लिए दो तारीखें - 3 और 5 अगस्त भेजी है. ट्रस्ट के सदस्य कमलेश्वर चौपाल ने कहा, "निर्माण उस दिन शुरू होगा, जो पीएम मोदी को ठीक लगेगा."
10 करोड़ परिवारों से ली जाएगी वित्तीय मदद
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए देशभर से पैसा इकट्ठा किया जाएगा. चंपत राय ने कहा, "मॉनसून के बाद और जब स्थिति सामान्य हो जाएगी, तो मंदिर निर्माण की वित्तीय मदद के लिए देशभर की 4 लाख लोकैलिटी के 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जाएगा."
समाज के 10 करोड़ परिवारों से वित्तीय मदद लेने की बात पर चर्चा हुई है. इनसे संपर्क किया जाएगा. जब धनसंग्रह और बाकी की ड्राइंग पूरी हो जाएंगी, उसके बाद 3 से 3.5 साल में मंदिर के निर्माण का काम पूरा कर दिया जाएगा.चंपत राय, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव
मिट्टी का सैंपल लिया जा रहा
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक खत्म होने के बाद बताया कि Larsen & Toubro मिट्टी का सैंपल ले रहा है. राय ने कहा, "मंदिर की बुनियाद 60 मीटर नीचे की मिट्टी की क्षमता के आधार पर बनाई जाएगी. और फिर इसी आधार पर शिलान्यास का काम होगा."
चंपत राय ने बताया कि मंदिर के लिए ईटें सोमपुरा मार्बल्स ब्रिक्स देगा और वो Larsen & Toubro के साथ मिलकर भव्य मंदिर का निर्माण करेगा.
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