आम आदमी पार्टी (AAP) के सबसे अधिक उम्र के विधायक रामनिवास गोयल 24 फरवरी को एक बार फिर सर्वसम्मित से दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष चुने गए. यह दूसरा अवसर है जब रामनिवास गोयल को दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है. पिछली केजरीवाल सरकार में भी गोयल ही दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष थे. वहीं, गोयल तब चर्चा में आए थे जब एक बिल्डर के घर में घुसने के मामले में उन्हें सजा सुनाई गई थी.
सोमवार को दिल्ली की 7वीं विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र शुरू हुआ. यहां सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर द्वारा विधायकों को शपथ दिलाई गई. जामा मस्जिद मटिया महल विधानसभा से छठी बार जीतकर विधायक बने शोएब इकबाल को प्रोटेम स्पीकर चुना गया.
शोएब इकबाल कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार में दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. मौजूदा विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर AAP की सदस्यता ग्रहण की थी.
सिसोदिया ने रखा रामनिवास गोयल का प्रस्ताव
सभी विधायकों को सदस्यता ग्रहण करवाने के बाद दोपहर 2 बजे विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हुई. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्पीकर पद के लिए रामनिवास गोयल के नाम का प्रस्ताव रखा. मनीष सिसोदिया के प्रस्ताव का अनुमोदन विधायक कुलदीप कुमार, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, आम आदमी पार्टी विधायक दिनेश मोहनिया, सौरभ भारद्वाज व राघव चड्ढा ने किया.
इसके बाद प्रोटेम स्पीकर शोएब इकबाल ने रामनिवास गोयल के निर्वाचन को लेकर पक्ष एवं विपक्ष की राय पूछी. सभी सदस्यों ने ध्वनि मत से रामनिवास गोयल के निर्वाचन को अपनी मंजूरी प्रदान की. सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने के बाद राम निवास गोयल ने कहा,
“मैं सभी सदस्यों का आभारी हूं, जिन्होंने उन्हें मुझे इस पद के लिए चुना है, मैं यहां अपने कर्तव्य का निर्वहन करूंगा. मुझे गर्व है कि सरदार विट्ठलभाई पटेल, गोपालकृष्ण गोखले, मदन मोहन मालवीय, मोतीलाल नेहरू जैसी हस्तियों ने दिल्ली विधानसभा के इस भवन को सुशोभित किया है.”
गोयल पर दर्ज हैं अपराधिक मामले
एडीआर के रिपोर्ट में बताया गया है कि रामनिवास गोयल पर अपराधिक मामले है, जिसमें उन्हें दोषी करार दिया जा चुका है. साल 2015 में एक बिल्डर के घर में घुसने के मामले में उन्हें सजा सुनाई गई थी. दिल्ली की रॉउज एवेन्यू कोर्ट ने 6 महीने की सजा सुनाई. वहीं, कोर्ट ने 10 हजार के मुचलके पर रामनिवास गोयल को जमानत दे दी.
दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन मंगलवार तक दाखिल किया जा सकेगा. सूत्रों के अनुसार, AAP एक बार फिर से राखी बिड़लान को उपाध्यक्ष बना सकती है. आप की पिछली सरकार में भी राखी ही उपाध्यक्ष थीं.
इनपुट आईएएनएस से भी
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)