प्रख्यात इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने शनिवार को सरकार से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को वापस लेने की अपील की. उन्होंने कहा है कि, देश में विश्वास बहाल करना है तो एनआरसी को फौरन वापस लेना होगा.
NRC-CAA पर सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए गुहा ने ट्विटर पर लिखा,
“दो चीजें बिल्कुल स्पष्ट हैं. पहली एनआरसी फौरन वापस लेकर विश्वास बहाल करना और देश को मरहम लगाना. यह पहला आवश्यक कदम है. दूसरा, सीएए अनैतिक और संविधान की भावना के विरुद्ध है. कोई भी समझदार और न्यायपूर्ण सरकार इसे जरूर वापस ले लेगी.”
प्रख्यात इतिहासकार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत यह घोषणा करनी चाहिए कि एनआरसी लागू नहीं की जाएगी.
हिरासत में लिये गए थे रामचंद्र गुहा
गुहा ने बेंगलुरू में सीएए के विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय भाग लिया. शहर की पुलिस ने गुरुवार को गुहा को टाउनहाल सेंटर पर धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए हिरासत में लिया था. बाद में पुलिस ने 61 वर्षीय गुहा को छोड़ दिया.
गुहा को नहीं पहचान पाई पुलिस
गुहा को हिरासत में लेने वाले कई पुलिसकर्मियों को नहीं पता था कि वह एक प्रख्यात आलोचक और इतिहासकार हैं. सहायक पुलिस आयुक्त के. गौड़ा ने कहा कि पुलिस को बाद में गुहा के बारे में पता चला तो उन्होंने उनकी अच्छी तरह से देखभाल की.
संसद द्वारा 11 दिसंबर को पारित सीएए के तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में प्रताड़ना के शिकार अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों, पारसियों और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)