मुसलमानों (Muslim) का सबसे पाक (पवित्र) माना जाने वाला महीना रमजान (Ramadan) दहलीज पर है. सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक दान और इबादत के कार्य होते हैं. लोग समय देखकर अपने रोजे खोलते हैं.
यहां इस पाक महीने में सहरी और इफ्तार सही समय पर आसानी से हो सके. इसके लिए एक समय सारिणी बनाई गई है. जिसे आप यहां देख सकते हैं.
आज रविवार, 10 मार्च को दुनिया भर के मुसलमान चांद का दीदार (दर्शन) करने के लिए तैयार होंगे. यह एक प्रथा है, जो इस्लामी आस्था का एक पारंपरिक और आवश्यक पहलू है. और इसी के साथ रमजान के महीने की शुरुआत होती है.
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात सहित मिडिल ईस्ट के देशों और अमेरिका, ब्रिटेन में यदि रमजान का चांद रविवार की शाम यानी 10 मार्च, को देखा जाता है. तो उस रात तरावीह की नमाज शुरू हो जाएगी और उन देशों में मुसलमान सोमवार, 11 मार्च से उपवास शुरू कर देंगे. और अगर रमजान का चांद रविवार को मगरिब या शाम की नमाज के बाद नहीं दिखता है तो मंगलवार,12 मार्च से पवित्र महीना शुरू हो जाएगा.
जबकि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश सहित दक्षिण एशियाई देश सोमवार को रमजान के चांद को देखने के लिए तैयार रहेगें. यदि रमजान का चांद सोमवार की शाम 11 मार्च को देखा जाता है, तो उन देशों में उस रात तरावीह की नमाज शुरू हो जाएगी और वहां के मुसलमान सोमवार, 12 मार्च से रोजा शुरू कर देंगे. और यदि रमजान का चांद सोमवार को मगरिब या शाम के बाद नहीं दिखता है. तो रमजान का पवित्र महीना बुधवार, 13 मार्च से शुरू होगा.
Ramzan 2024: भारत के शहरों में पहले रोजे की टाइमिंग
अहमदाबाद
सहरी खत्म होने का समय- 5:36 AM
इफ्तार का समय- 6:49 PM
बेंगलुरु
सहरी खत्म होने का समय- 5:18 AM
इफ्तार का समय- 6:34 PM
कोलकाता
सहरी खत्म होने का समय- 4:33 AM
इफ्तार का समय- 5:45 PM
चेन्नई
सहरी खत्म होने का समय- 5:08 AM
इफ्तार का समय- 6:20 PM
दिल्ली
सहरी खत्म होने का समय- 5:16 AM
इफ्तार का समय- 6:28 PM
हैदराबाद
सहरी खत्म होने का समय- 5:22 AM
इफ्तार का समय- 6:35 PM
कानपुर
सहरी खत्म होने का समय- 5:04 AM
इफ्तार का समय- 6:18 PM
मुंबई
सहरी खत्म होने का समय- 5:36 AM
इफ्तार का समय- 6:48 PM
पुणे
सहरी खत्म होने का समय- 5:32 AM
इफ्तार का समय- 6:47 PM
सूरत
सहरी खत्म होने का समय- 5:36 AM
इफ्तार का समय- 6:48 PM
रमजान में सहरी और इफ्तारी क्या होती है?
सहर का अर्थ सुबह से होता है. सुबह के समय रोजे की नियत कर कुछ खाया जाता है. सुबह के समय खाए गए इसी खाने को सहरी कहा जाता है.
वहीं इफ्तार का मतलब बंदिश को तोड़ने से है. शाम को मगरिब की अजान होते ही बंदिश यानी रोजा खत्म हो जाता है. इसलिए इसे इफ्तारी कहा गया है.
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