भारत के सबसे प्रतिष्ठित पत्रकारिता पुरस्कार माने जाने वाले रामनाथ गोयनका अवॉर्ड में क्विंट ने तीन अवॉर्ड जीते हैं. इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग. अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल और हिंदी पत्रकारिता की कैटेगरी में क्विंट के 4 पत्रकारों को सम्मानित किया गया है. इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप की तरफ से आयोजित होने वाले रामनाथ गोयनका अवॉर्ड में ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विवेक गोयनका ने डिजिटल मीडिया की बेबाक रिपोर्टिंग की तारीफ की है.
अवॉर्ड समारोह के चीफ गेस्ट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करते हुए विवेक गोयनका ने कहा कि इस शोरगुल के माहौल में भी अच्छी पत्रकारिता जिंदा है और स्वस्थ भी है. गोयनका ने कहा,
ब्रॉडकास्ट कैटेगरी में टीवी चैनल की तरफ से क्वालिटी एंट्री कम हुई हैं. वहीं, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने कहीं ज्यादा बेहतर काम किया है. ऐसा क्यों है, ये शोध का विषय है. लेकिन एक बात साफ है कि रात 9 बजे का शोर, चैनल पर चेहरों की भीड़, चैनल का एक बड़ा WhatsApp ग्रुप बन जाना और एंकर का एक एडमिनिस्ट्रेटर बन जाना, अच्छे काम में तब्दील नहीं हो रहा है. ये शाम उस अच्छी पत्रकारिता के नाम है जिसे हमें पहले से और ज्यादा बचाना है.विवेक गोयनका, चेयरमैन, इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप
गोयनका ने कहा कि हमें एडिटर, पब्लिशर, रीडर, ऑब्जर्वर और संस्थान के तौर पर सोशल मीडिया के इस युग में ऐसी पत्रकारिता को बचाना है.
क्विंट ने जीते 3 अवॉर्ड
क्विंट के चार पत्रकारों की तीन स्पेशल रिपोर्ट को उत्कृष्ठ पत्रकारिता के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार मिला है. क्विंट के चार पत्रकार हैं शादाब मोइज़ी, पूनम अग्रवाल, अस्मिता नंदी और मेघनाद बोस. क्विंट हिंदी को हिंदी पत्रकारिता कैटेगरी में अवॉर्ड मिला है, जो बेहद खास है क्योंकि हमारी रिपोर्ट को तमाम हिंदी अखबारों, खबरिया चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बीच सर्वश्रेष्ठ माना गया.
चारों पत्रकारों को नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों अवॉर्ड मिले.
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