कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए संकट के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 17 अप्रैल की सुबह मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ''दुनियाभर में COVID-19 संकट की वजह से आज मानवता अपने समय की परीक्षा का सामना कर रही है. इस तरह के वातावरण में RBI बहुत सक्रिय रहा है और स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है.''
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इसके अलावा उन्होंने कहा,
- महामारी के प्रकोप के दौरान सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए बैंक, वित्तीय संस्थान आगे बढ़े हैं
- 27 मार्च से कुछ इलाकों में मैक्रोइकनॉमिक और फाइनेंशियल लैंडस्कैप की स्थिति बिगड़ी है
- भारत के लिए IMF का 1.9 फीसदी का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान है, जो जी-20 में सबसे ज्यादा है
- मार्च में ऑटोमोबाइल प्रोडक्शन और सेल में तेज गिरावट आई है, इलेक्ट्रिसिटी की मांग में भी तेज गिरावट हुई है
- लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी (LAF) के तहत फिक्स्ड रिवर्स रेपो रेट को तत्काल प्रभाव से 4 फीसदी से घटाकर 3.75 फीसदी करने का फैसला किया गया है
- NABARD, SIDBI, NHB जैसे फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन्स को 50,000 करोड़ रुपये की स्पेशल फाइनेंशियल फैसिलिटी दी जाएगी
- बैंको की LCR रिक्वायरमेंट 100 फीसदी से घटाकर 80 फीसदी कर दी गई है, इसे अगले साल अप्रैल तक चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जाएगा
दास ने कहा कि RBI लगातार बदलती स्थिति की निगरानी करेगा और महामारी के चलते हुए असर से निपटने के लिए अपने सभी टूल्स का इस्तेमाल करेगा.
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टॉपिक: शक्तिकांत दास कोरोनावायरस Coronavirus
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