भारत में रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा हो रहा है. कुछ शहरों में तो तेल की कीमतें 100 रुपये तक पहुंच चुकी हैं. ऐसे में लोग लगातार सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम की जाएं. अब इसे लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इसका असर कई क्षेत्रों पर पड़ता है. दास ने केंद्र और राज्य सरकारों से इस पर काम करने को कहा है.
‘केंद्र और राज्य सरकारें निकालें समाधान’
शक्तिकांत दास ने पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों को लेकर राज्य और केंद्र सरकार को टैक्स में कटौती की सलाह दी. उन्होंने कहा,
“इसके लिए एक संयुक्त रूप से केंद्र और राज्यों को एक्शन लेने की जरूरत है. दोनों को टैक्स कम करना चाहिए, क्योंकि दोनों में अप्रत्यक्ष कर लगाए गए हैं. हालांकि हम जानते हैं कि केंद्र और राज्य सरकारों पर रेवेन्यू को लेकर प्रेशर है. कोरोना महामारी के बाद देश के लोगों को इस तनाव से निकालने के लिए पैसे की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि केंद्र और राज्य सरकार आपस में मिलकर कोई सकारात्मक फैसला लेंगे.”
दास ने आगे कहा कि, पेट्रोल और डीजल की कीमतों का असर लागत पर होता है. इसका
असर सिर्फ यात्रियों पर ही नहीं होता जो कार और बाइक चलाते हैं, इसका असर कई क्षेत्रों पर होता है.
क्रिप्टोकरेंसी पर कुछ चिंताएं
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है, जो क्रिप्टोकरेंसी से काफी अलग है. हम किसी भी तरह टेक्निकल रेवोल्यूशन में पीछे नहीं रहना चाहते हैं. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के फायदों को कैपिटलाइज करने की जरूरत है. लेकिन हमारी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कुछ चिंताएं हैं.
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