दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 5 जनवरी को हुई भयानक हिंसा के बाद अब 13 जनवरी से क्लासें शुरू होने जा रही हैं. जेएनयू में हिंसा की घटना के सात दिन बाद क्लासों में पढ़ाई शुरू होगी. जेएनयू के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने भी कहा है कि यूनिवर्सिटी में 13 जनवरी से क्लासें शुरू होंगीं.
जेएनयू वीसी एम जगदीश कुमार ने बताया-
“जेएनयू ने यूजीसी को यूटिलिटी और सर्विस चार्ज को माफ करने के बारे में लिखा है. जेएनयू की क्लासेज 13 जनवरी से शुरू होंगी. रजिस्ट्रेशन की डेट पहले ही बढ़ाई गयी है और जरूरत पड़ने पर और भी बढ़ाई जाएगी.”
इसके पहले जेएनयू के वाइस चांसलर ने मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव भी मुलाकात की थी. वहीं जेएनयू छात्र संघ अभी भी वीसी को हटाने की मांग पर अड़ा हुआ है और रजिस्ट्रेशन का बहिष्कार करने की बात कर रहा है. छात्र संघ ने यूनिवर्सिटी छात्रों से एकजुट रहने की अपील की है.
वहीं जेएनयू छात्र संघ का कहना है कि-
हांलाकि जेएनयू के कुछ छात्र फीस बढ़ोतरी को वापस लिए जाने के बाद अपनी बिना बढ़ोतरी वाली ट्यूशन फीस जमा करना चाहते हैं. लेकिन प्रशासन ने अचानक फीस पेमेंट ब्लॉक कर दिया. जब तक वो आईएचए मैनुअल के मुताबिक बढ़ी हुई फीस नहीं दे देते.जेएनयूएसयू
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र अब नए शीतकालीन सत्र की फीस भरने को राजी हो गए हैं. हालांकि छात्रों ने बढ़ी हुई हॉस्टल फीस का बहिष्कार जारी रखने का फैसला लिया है. जेएनयू के छात्रों का कहना है कि जब तक फीस बढ़ोतरी पूरी तरह वापस नहीं ली जाती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा. छात्र के मुताबिक, उन्होंने ये फैसला मानव संसाधन मंत्रालय की अपील पर लिया है.
JNU छात्रसंघ और HRD मंत्रालय की हुई थी मीटिंग
इससे पहले शुक्रवार को छात्रसंघ के नेताओं और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खरे के बीच बैठक हुई थी, जिसमें अमित खरे ने छात्रों से नए सेमेस्टर में शामिल होने की अपील की थी. जेएनयू छात्रा संगीता मेहरा का कहना है, "सचिव ने हमसे पहला कदम आगे बढ़ाने की अपील की थी."
5 जनवरी की शाम JNU में क्या हुआ?
JNU कैंपस में 5 जनवरी की शाम को जमकर हिंसा हुई. हाथ में डंडे और रॉड लिए नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस के अंदर घुसकर जमकर तोड़पोड़ और मारपीट की. इस दौरान जेएनयूएसयू अध्यक्ष, महासचिव समेत कई छात्र और शिक्षक करीब 28 लोग जख्मी हुए. बाद में दिल्ली पुलिस ने कैंपस के अंदर जाकर फ्लैग मार्च किया. दिल्ली के AIIMS में घायलों का इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद मुंबई, कोलकाता, अलीगढ़ के छात्र भी जेएनयू के समर्थन में उतर आए और उन्होंने भी विरोध प्रदर्शन किया.
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