रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) ने 20 अक्टूबर को राष्ट्रपति को पत्र लिखा है और इसमें अर्नब ने मीडिया और प्रेस के के मौलिक अधिकारों का मुद्दा उठाया है. पत्र में राष्ट्रपति को कथित रूप से बताया है कि इमरजेंसी के अंदाज में अन्याय किया जा रहा है और उनके नेटवर्क को लगातार परेशान किया जा रहा है. इसके अलावा रिपब्लिक नेटवर्क ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर भी 200 करोड़ रुपये का मानहानी का केस ठोकने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि TRP केस के खुलासे के बाद से रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस के निशाने पर है.
अर्नब का राष्ट्रपति को पत्र
अर्नब ने राष्ट्रपति को जो पत्र लिखा है उसमें उन्होंने महाराष्ट्र सरकार द्वारा कथित रूप से परेशान किए जाने का मुद्दा उठाया है. लेटर का विषय लिखा है- न्याय और मीडिया/प्रेस के लिए मौलिक अधिकार के लिए याचिका. इस पत्र में अर्नब ने उनके मीडिया नेटवर्क और उन पर व्यक्तिगत रूप से हो रहे कथित हमलों से बचाव के लिए संरक्षण मांगा है. इसमें पालघर लिंचिंग केस, सुशांत सिंह केस, रिपोर्टर्स की गिरफ्तारी का मुद्दा और शिवसेना द्वारा चैनल को बैन कराने की कोशिशों के बारे में राष्ट्रपति को बताया है.
100-100 करोड़ के दो मानहानि के केस
इसके अलावा रिपब्लिक नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने अपनी लीगल टीम फोनिक्स लीगल से कहा है कि वो मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ उनकी साख गिराने के लिए 200 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर करें. रिपब्लिक मीडिया के मुताबिक इसमें से 100 करोड़ का केस खुद अर्नब गोस्वामी की साख गिराने के लिए और वहीं 100 करोड़ का केस रिपब्लिक नेटवर्क की साख गिराने के लिए दायर करने के आदेश दिए गए हैं. अभी मानहानि का केस दायर करने की कार्रवाई चल रही है.
बता दें मुंबई पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में TRP स्कैम का भंडाफोड़ करने का दावा किया था. आरोप है कि इस स्कैम में TRP प्वाइंट्स से छेड़खानी की गई. पुलिस ने कहा था कि केंद्र सरकार के अंतर्गत काम करने वाली ब्रॉडकास्ट आडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC), जो TRP प्वाइंट्स को मापती है, उसके साथ छेड़छाड़ की गई है.
पुलिस ने इस छेड़छाड़ में रिपब्लिक टीवी और दो मराठी चैनलों के नाम लिए थे. इस सिलसिले में चार लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है.
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