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TRP घोटाला: रिपब्लिक TV CEO 15 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर

मुंबई पुलिस ने अक्टूबर महीने में TRP रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जिसमें रिपब्लिक समेत तीन चैनलों का नाम सामने आया था.

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मुंबई मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को 15 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर रखने के लिए कहा है. बता दें कि मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले (TRP Scam) में बड़ी कार्रवाई करते हुए खानचंदानी को गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि उन्हें रविवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार किया गया. इस मामले में मुंबई पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, उन्हें चैनल द्वारा किए जा रहे कथित गड़बड़ी की सूचना थी.

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विकास खानचंदानी उस वॉट्सऐप ग्रुप का हिस्सा थे, जिसमें एलसीएन (लैंडिंग चैनल नंबर) से संबंधी डिस्कशन हुआ था. क्राइम ब्रॉन्च ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि बार-ओ-मीटर में गड़बड़ी कर टीआरपी में छेड़खानी के अलावा केबिल ऑपरेटर्स से संपर्क कर LCN और LCN प्रोमोशन को फिक्स करने की भी कोशिश रिपब्लिक टीवी द्वारा की गई.

खानचंदानी की गिरफ्तारी रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रीब्यूशन हेड घनश्याम सिंह को मिली जमानत के कुछ दिन बाद हुई है. अक्टूबर में क्राइम ब्रांच ने खानचंदानी को पूछताछ के लिए बुलाया था.

तीन चैनलों पर लगा था TRP चुराने का आरोप

अक्टूबर महीने में मुंबई पुलिस ने टीआरपी रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जिसमें सामने आया था कि लोगों को कुछ खास चैनल देखने के लिए पैसे दिए गए थे. 8 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुंबई पुलिस कमिश्नर ने तीन चैनलों का नाम लिया, जिसमें सबसे बड़ा नाम रिपब्लिक टीवी का था. इसके अलावा फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा पर टीआरपी घोटाले का आरोप लगा.

मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस दर्ज

20 नवंबर को इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट (PMLA) के तहत मनी लॉन्डरिंग का एक केस दर्ज किया था. ED को मुंबई पुलिस ने जानकारी दी थी कि इस केस में मनी लॉन्डरिंग एंगल की संभावना है, जिसके बाद एजेंसी ने FIR दर्ज की.

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