उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जेल के साथियों की पिटाई से नाराज बंदियों ने जेल के अंदर जमकर हंगामा किया. इस दौरान कैदियों ने डिप्टी जेलर समेत जेल में तैनात कई सुरक्षाकर्मियों की पिटाई तक कर डाली. पुलिस ड्रोन से बंदियों की निगरानी कर रही है.
बवाल बढ़ने पर जिलाधिकारी के. विजेंद्र पांडियन, एसएसपी सुनील गुप्ता जेल पहुंच गए. अधिकारियों ने बंदियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन वह तैयार नहीं हुए.
जेल अधिकारियों ने घटना की जानकारी डीएम और एसएसपी को दी. शुक्रवार सुबह 7 बजे सिटी एसपी कौस्तुभ शहर के सभी थानेदारों और पीएसी के साथ जेल पहुंचे.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को सर्किल ऑफिसर (सीओ) क्राइम वीर सिंह जेल में बंद कुछ कैदियों से पूछताछ करने आए थे. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने एक कैदी की पिटाई भी कर दी थी.
इस बात पर रात में ही कैदी भड़क गए, सुबह सभी कैदी एकजुट हो गए और निरीक्षण पर आए डिप्टी जेलर प्रभात पांडे, सिपाही अजय सिंह समेत चार लोगों की कथित रूप से पिटाई कर दी.
शहर के एडीएम राकेश श्रीवास्तव ने बताया:
सुबह सात बजे हमें सूचना मिली कि जेल में नारेबाजी हो रही है. इसके बाद पूरा प्रशासन पहुंचा और बंदियों से बातचीत की. बंदियों ने बताया कि जेल प्रशासन की खाने में काफी खामियां हैं, इस वजह से वे विरोध कर रहे हैं. उनकी समस्याओं का समाधान कर दिया गया है. सभी अपने बैरक में लौट गए.
उन्होंने बताया कि नारेबाजी और बंदियों की आपस में धक्का-मुक्की हुई है. हालांकि, इस दौरान किसी के साथ कोई मारपीट की घटना नहीं हुई है.
यूपी- ‘नाम बड़े दर्शन छोटे’
गुरुवार को अलीगढ़ में एक दुकानदार को सिर्फ इसलिए गोली मार दी गई कि उसने आरोपी को गुटखा बेचने के बाद उसके पांच रुपये मांगे थे.
यूपी में सुरक्षा के नाम पर जहां प्रशासन बड़ी-बड़ी बातें करता है, वहीं गोली चला देना और मार-पीट आम बात हो गई है. अलीगढ़ में छोटी-सी बात पर हुआ ये विवाद तो महज एक नमूना है. यूपी में ऐसी घटनाओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जहां लोग कनून को अपने हाथों में लेने में जरा भी नहीं झिझक रहे.
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