कोरोना वायरस संकट की दूसरी लहर के बाद 5 जून को दिल्ली में RSS की बड़ी बैठक होने जा रही है. इस बैठक में RSS चीफ मोहन भागवत के अलावा संगठन का बाकी टॉप ब्रास भी हिस्सा ले सकता है. वहीं इस बैठक में बीजेपी के दिग्गज नेता भी शामिल हो सकते हैं. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में कोरोना मैनेजमेंट, पश्चिम बंगाल में बीजेपी की हार, चुनाव के बाद हिंसा, उत्तर प्रदेश के सियासी हालात, किसान आंदोलन पर चर्चा हो सकती है.
मीटिंग में शामिल होने वाले एक सदस्य ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ये RSS की आंतरिक बैठक है और रुटीन के तहत आयोजित हो रही है. लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि राजनीतिक रूप से उथल-पुथल भरे माहौल के बीच ये बैठक हो रही है.
रिपोर्ट्स बताती है कि 3 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कुछ केंद्रीय मंत्री RSS के कार्यालय पहुंचे थे. अभी जो राजनीतिक परिदृश्य बन रहा है उसे लेकर RSS को अवगत कराया गया है.
यूपी की राजनीति चर्चा के केंद्र में
भारतीय जनता पार्टी में सबसे ताकतवर मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को जाना जाता है. लेकिन अब फायरब्रांड नेता योगी के नेतृत्व को लेकर पार्टी से कुछ आवाजें उठी हैं. बीते दिनों बीजेपी के केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने भी लखनऊ जाकर योगी सरकार के मंत्रियों से अकेले में बातचीत की और फीडबैक लिया. अब RSS और बीजेपी के सामने उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव को जीतने की चुनौती होगी.
बंगाल चुनाव नतीजे और बाद में हुई हिंसा
बंगाल में बीजेपी को हाल-फिलहाल के चुनावों में सबसे बड़ी पटखनी मिली है. जिस दमखम और गर्जना के साथ बीजेपी ने चुनाव लड़ा उसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी भले ही ना जीते लेकिन तगड़ी टक्कर देगी. लेकिन ममता की टीएमसी ने एकतरफा मैदान साफ कर दिया. यहां तक तो फिर भी चुनावी जीत हार की बात है. लेकिन चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर बीजेपी खासी चिंतित रही है.
मोदी सरकार का कोरोना मैनेजमेंट
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद RSS की इतने बड़े स्तर की ये पहली बैठक है. कोरोना वायरस संकट को हैंडल करने को लेकर और वैक्सीन की नीति को लेकर बीजेपी की सरकार पर सवाल उठे है. इससे लगातार पूर्ण बहुमत से दूसरी बार में सत्ता में आई बीजेपी के कामकाज को लेकर रिव्यू किया जा सकता है.
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