उत्तराखंड में चल रहे कुंभ में पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस कार्यकर्ताओं की मदद ली है. उत्तराखंड पुलिस ने आरएसएस कार्यकर्ताओं विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के रूप में नियुक्त किया है. करीब 1500 संघ के कार्यकर्ता इसमें शामिल हैं.
इंडियन एक्स्प्रेस के मुताबिक कुंभ मेला के डिप्टी एसपी बीरेंद्र प्रसाद डबराल ने कहा कि आरएसएस के स्वयंसेवकों ने पहले भी कुंभ के दौरान मदद की थी लेकिन यह पहली बार है जब उन्हें एसपीओ के पहचान पत्र जारी किए गए हैं. डबराल ने बताया कि आरएसएस के स्वयंसेवक यातायात और भीड़ प्रबंधन के काम में लगे हैं.
कांग्रेस सेवा दल भी कुंभ में मौजूद
डिप्टी एसपी बीरेंद्र प्रसाद डबराल ने बताया कि सिर्फ आरएसएस ही नहीं बल्कि कांग्रेस सेवादल सहित कई अन्य सामाजिक संगठनों को भी इस साल के कुंभ के लिए एसपीओ के रूप में चुना गया है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तराखंड प्रांत प्रचार प्रमुख सुनील ने कहा कि कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने इस प्रक्रिया की शुरुआत की थी. मार्च में, गुंज्याल ने आरएसएस से संपर्क किया, स्वयंसेवकों से कुंभ मेले में एसपीओ के रूप में काम करने के लिए कहा.
इसके बाद, उन्होंने सभी जिला आरएसएस इकाइयों को पत्र लिखा और कहा कि जिनकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच हो और जो कुंभ में काम करने के इच्छुक हों उन स्वयंसेवकों का विवरण दिया जाए.
सुनील कहते हैं, “बैठक आईजी गुंज्याल के साथ आयोजित की गई थी. बाद में, विभिन्न सत्रों में दो अतिरिक्त एसपी ने हमारे चयनित स्वयंसेवकों को एसपीओ के रूप में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी. इस साल आरएसएस के 1,500 से अधिक एसपीओ हैं.”
ये स्वयंसेवक हरिद्वार शहर, घाटों, रेलवे स्टेशनों, क्रॉसिंग और डायवर्जन पॉइंट्स और जिला सीमाओं ऋषिकेश, टिहरी, पौड़ी और यूपी की सीमाओं में काम कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि हर चौराहे पर 6 स्वयंसेवक पुलिस के चार जवानों के साथ तैनात रहते हैं.
कुंभ में शामिल आरएसएस के एसपीओ को किसी तरह के पैसे की भुगतान नहीं की जाएगी क्योंकि वे समाज सेवा कर रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)